सूर्य (Sun) को ग्रहों के राजा कहा जा रहा है। इसकी वजह यह है कि सूर्य पृथ्वी पर प्राकृतिक ऊर्जा (Green Power) के सबसे बड़े स्रोत हैं, तो वहीं सूर्य को नवग्रहों में सबसे बड़ा माना जाता है। 16 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर वृश्चिक राशि में हो रहा है। ज्योतिष शास़्त्र (Astrology) में सूर्य को आत्मा, पिता, राजनीति आदि का कारक माना जाता है। जिनकी कुंडली में सूर्य के मजबूत होने से उच्च पद और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
Surya Rashi Parivartan : सूर्य (Sun) को ग्रहों के राजा कहा जा रहा है। इसकी वजह यह है कि सूर्य पृथ्वी पर प्राकृतिक ऊर्जा (Green Power) के सबसे बड़े स्रोत हैं, तो वहीं सूर्य को नवग्रहों में सबसे बड़ा माना जाता है। 16 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर वृश्चिक राशि में हो रहा है। ज्योतिष शास़्त्र (Astrology) में सूर्य को आत्मा, पिता, राजनीति आदि का कारक माना जाता है। जिनकी कुंडली में सूर्य के मजबूत होने से उच्च पद और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
ज्योतिषविदों के मुताबिक, मेष राशि में सूर्य उच्च का और तुला राशि में नीच का माना जाता है। सूर्य का गोचर सभी 12 राशियों को पूर्ण रूप से प्रभावित करेगा, लेकिन कुछ राशि के जातकों के लिए ये ज्यादा शुभ रहेगा, तो कुछ राशि के जातकों को को सावधान व सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
सूर्य गोचर समय
सूर्य का 16 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर वृश्चिक राशि में गोचर हो रहा है। सूर्य इस राशि में 30 दिनों तक रहेंगे। सूर्य का राशि परिर्वतन सभी 12 राशियों को पूर्ण रूप से प्रभावित करेगा।
इन राशि वालों की होगी बल्ले-बल्ले
इन राशियों के लिए रहेगा शुभ सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर होने से मिथुन, कन्या, मकर ,सिंह और कुंभ राशि के लोगों के लिए अनुकूल परिणाम लेकर आएगा। इस राशि के जातकों को सरकारी क्षेत्र से लाभ के योग प्रशस्त होंगे। इसके साथ ही समाज में मान सम्मान बढ़ेगा और आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएगा। यदि किसी नए काम की शुरुआत करना चाहते हैं तो भी उसके लिए यह गोचर अनुकूल है।
इस राशि वाले रहें सावधान
वहीं इस गोचर के दौरान मेष, वृषभ, तुला और धनु राशि के जातकों को ध्यान देना की आवश्यकता है। इन राशि के जातकों के स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है। बनते हुए कार्यों में विघ्न आ सकते हैं। खर्चों में अधिकता आ सकती है और अधिक प्रयास करने के बाद ही सफलता मिलने की संभावना बन सकती है, इसलिए इस समय में आपको ज्यादा प्रयास और ज्यादा मेहनत करने पर जोर देना होगा और स्वयं को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के लिए पूरी तैयारी करनी होगी।