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‘टैक्स के ऊपर टैक्स… और 2343 रुपये का IPL टिकट हो गया 4000 का!’ BCCI पर भड़के लोग

IPL ticket 'tax on tax' controversy: सोशल मीडिया पर एक शख्स ने चर्चा शुरू कर दी है, जब उसने बताया कि चेन्नई में हाल ही में संपन्न चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) बनाम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) मैच देखने गए क्रिकेट प्रशंसकों ने अपने टिकटों पर 70 प्रतिशत से अधिक टैक्स चुकाया। रवि हांडा ने बताया कि 2,343 रुपये के बेस प्राइस वाले टिकट को टैक्स के बाद 4,000 रुपये में बेचा गया।

By Abhimanyu 
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IPL ticket ‘tax on tax’ controversy: सोशल मीडिया पर एक शख्स ने चर्चा शुरू कर दी है, जब उसने बताया कि चेन्नई में हाल ही में संपन्न चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) बनाम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) मैच देखने गए क्रिकेट प्रशंसकों ने अपने टिकटों पर 70 प्रतिशत से अधिक टैक्स चुकाया। रवि हांडा ने बताया कि 2,343 रुपये के बेस प्राइस वाले टिकट को टैक्स के बाद 4,000 रुपये में बेचा गया।

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सोशल मीडिया यूजर रवि हांडा ने कहा, “आईपीएल टिकटों पर टैक्स 70% से ज़्यादा है।” उन्होंने आगे कहा, “2343.75 का टिकट टैक्स के बाद 4000 हो जाता है।” हांडा ने चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) बनाम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) मैच के टिकट की एक तस्वीर भी साझा की। जे लोअर स्टैंड में एक व्यक्ति के लिए टिकट की कीमत 4,000 रुपये थी। टिकट विवरण के अनुसार, आधार मूल्य 2,343.75 रुपये था, जिसमें 25% मनोरंजन कर, 14% सीजीएसटी और 14% एसजीएसटी सहित अतिरिक्त शुल्क शामिल थे।

पोस्ट में उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें यह टिकट एक अन्य सोशल मीडिया यूजर शिरिषा से मिला था, जिन्होंने इसे “करदाताओं के लिए एक मजाक” बताया था। दिलचस्प बात यह है कि बीसीसीआई आईपीएल की कमाई पर शून्य प्रतिशत कर का भुगतान करता है क्योंकि यह भारत के आयकर अधिनियम की धारा 12 ए के तहत एक “धर्मार्थ संगठन” के रूप में पंजीकृत है। बीसीसीआई को यह छूट इसलिए मिलती है क्योंकि वह क्रिकेट को बढ़ावा दे रहा है, जो एक गैर-लाभकारी गतिविधि है।

2021 में, आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण (ITAT) ने BCCI के तर्क को बरकरार रखते हुए कहा, “सिर्फ़ इसलिए कि किसी खेल टूर्नामेंट को इस तरह से संरचित किया जाता है कि वह ज़्यादा लोकप्रिय हो, जिसके परिणामस्वरूप ज़्यादा भुगतान वाले प्रायोजन और ज़्यादा संसाधन जुटाए जा सकें, क्रिकेट को लोकप्रिय बनाने की गतिविधि का मूल चरित्र नहीं खो जाता है।” सरकार भारतीय खिलाड़ियों के वेतन से टीडीएस के रूप में केवल 10 प्रतिशत टीडीएस काटती है, जबकि विदेशी खिलाड़ियों पर 20 प्रतिशत टीडीएस लगता है।

‘टैक्स-ऑन-टैक्स’: सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं

एक सोशल मीडिया यूजर ने पोस्ट को कोट करते हुए लिखा, “आईपीएल के कुल बिल पर 25% मनोरंजन कर (टैक्स के बाद) तमिलनाडु में पिछले 14 सालों से लागू है।” एक अन्य यूजर ने कहा, “टैक्स पर टैक्स। वाह।” एक अन्य सोशल मीडिया यूजर ने कहा, “क्यों आपका 4,000 रुपये का आईपीएल टिकट भारत की ‘टैक्स-ऑन-टैक्स’ नीति की एक छोटी सी मिसाल है। आप सिर्फ़ मैच देखने के लिए पैसे नहीं दे रहे हैं। आप एक नीतिगत खामी को बढ़ावा दे रहे हैं।”

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