बिहार में सियासी घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में टूट के बाद चिराग पासवान बिल्कुल अलग हो गए हैं। ऐसे मौके पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। तेजस्वी ने चिराग को साथ आने का न्यौता देने के साथ ही राम विलास पासवान की जयंती भी मनाने का फैसला लिया है।
पटना। बिहार में सियासी घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में टूट के बाद चिराग पासवान बिल्कुल अलग हो गए हैं। ऐसे मौके पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। तेजस्वी ने चिराग को साथ आने का न्यौता देने के साथ ही राम विलास पासवान की जयंती भी मनाने का फैसला लिया है।
इस मौके पर पार्टी दफ्तर में उनकी फोटो पर पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता माल्यार्पण करेंगे। दिलचस्प बात ये है कि उसी दिन राजद का स्थापना दिवस भी है तो उससे संबंधित कार्यक्रम उसके बाद होंगे।
दिवंगत सांसद की जयंती मनाने का यह निर्णय गुरुवार को राजद कार्यालय में नेता प्रतिपक्ष की मौजूदगी में हुई पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में लिया गया। इससे पूर्व बुधवार को पटना पहुंचते ही तेजस्वी यादव ने यह कहते हुए चिराग को साथ आने का आमंत्रण दिया था कि वो तय करें कि अब उन्हें किधर रहना है। बिहार वापसी के साथ ही नेता प्रतिपक्ष सक्रिय हो गए हैं।