HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. गूगल सर्च से कंपनी का कस्टमर केयर नंबर लेना पड़ सकता है भारी, खाली हो जाएगा आपका बैंक खाता

गूगल सर्च से कंपनी का कस्टमर केयर नंबर लेना पड़ सकता है भारी, खाली हो जाएगा आपका बैंक खाता

साइबर ठग लोगो को अपने जाल में फंसाने के लिए गूगल का सहारा भी ले रहे है। ऐसे में यदि आप गूगल सर्च से किसी भी कंपनी का कस्टमर केयर नंबर लेते है तो वो आपको भारी भी पड़ सकता है। गूगल सर्च में ठगो ने कंपनी के नाम से फर्जी कस्टमर केयर नंबर डाल रखे है। उनके संपर्क में आते ही भोले भाले लोग ठगो का शिकार हो जाते है।

By शिव मौर्या 
Updated Date

नोएडा। साइबर अपराधी अलग-अलग तरह से धोखाधड़ी कर भोले भाले लोगो की कड़ी मेहनत की कमाई को लूटने में लगे हुए है। आज के समय में गूगल सर्च का प्रयोग लगभग सभी स्मार्ट फोन यूजर कर रहे है, मगर गूगल सर्च से भी आप ठगी का शिकार बन सकते है। गूगल सर्च से किसी भी कंपनी का कस्टमर केयर नंबर लेना आपको भारी पड़ सकता है। ऐसे बहुत से मामले सामने आये है जिसमें इस तरह से लोग ठगी का शिकार हुए है।

पढ़ें :- Lucknow News: मृत्युंजय गैस पर मनाया गया ग्राहक दिवस, संचालक ने बताए सुरक्षा के उपाय

नोएडा सेक्टर-77 निवासी कलपति विश्वनाथन ने हाल ही एक प्राईवेट कंपनी का कस्टमर केयर नंबर गूगल से सर्च किया था। गूगल से मिले नंबर पर उन्होने फोन किया तो वो ठगो के चंगुल में फंस गये। आरोपी ने उन्हे अपनी बातों में उलझा लिया और उनके मोबाइल फोन पर एनीडेस्ट ऐप को इंस्टॉल करा दिया। जिसके बाद आरोपी ने ऐप के जरीये उनका फोन हैक कर लिया और उनके खाते से 50 हजार रुपये निकाल लिए। रुपये कटने के मैसेज आने पर पीड़ित को ठगी की जानकारी हुई।

इस मामले में पीड़ित ने सेक्टर-113 थाने में शिकायत की है। इसके अलावा सेक्टर-39 थाना क्षेत्र के सलारपुर गांव निवासी अनूप एक प्राइवेट कंपनी में काम करते है। कुछ दिनो पहले उन्होने एक कोरियर कंपनी का नंबर गूगल से सर्च कर लिया। नंबर पर संपर्क किया तो आरोपियों ने उन्हे अपने जाल में फंसा लिया और इसी तरह से स्क्रीन शेयरिंग ऐप डाउनलोड कराकर उनका फोन हैक लिया। साथ ही खाते से 21000 हजार रुपये निकाल लिए। इस तरह की ठगी से बचने के लिए सर्तकता और जागरुकता जरुरी है।

ठग कराते है स्क्रीन शेयरिंग ऐप इंस्टॉल
सोशल मीडिया और अन्य वेबसाइट पर कंपनियों के फर्जी कस्टमर केयर नंबर ठग डाल देते हैं। गूगल पर सर्च करने पर ये नंबर ऊपर दिखते हैं तो लोग उसे असली समझकर कॉल कर देते हैं। फिर टीम व्यूवर, एनीडेस्क आदि ऐप डाउनलोड कराकर ठग मोबाइल रिमोट पर ले लेते हैं। इसके बाद एक-दो रुपये का ट्रांजेक्शन करने के बहाने खाते से रुपये निकाल लेते हैं।

इन तरीकों से भी करते हैं ठगी
– केवाईसी का फर्जी मेसेज भेजकर उसमें ठग अपना नंबर देते हैं। यूजर के कॉल करने पर खाते से जुड़ी जानकारी लेकर रुपये निकाल लेते हैं।
– किसी जानकार के फेसबुक आईडी की कॉपी बनाकर मेसेज भेजकर ई-वॉलेट से रुपये मांगना।
– सोशल मीडिया पर महिलाओं की फोटो के साथ लिंक डालकर मोबाइल हैक कर रकम निकालना।

पढ़ें :- Viral video: आगरा में थाने के सामने महिला को अचानक उठा प्रसव दर्द, पुलिसकर्मियों ने सड़क पर कराया डिलीवरी

ये बरते सावधानियां
. गूगल सर्च से कंपनी का नंबर लेने में सावधानी बरते। हो सके तो कंपनी की वेबसाइट पर जाकर नंबर देखे।
. किसी भी अंजान व्यक्ति द्वारा बताये गए किसी भी ऐप को डाउनलोड ना करें।
. गूगल प्ले स्टोर या आईओएस ऐप स्टोर से ही ऐप इंस्टॉल करें। यहां भी ऐप की रेटिंग और रिव्यू जरूर देखें।
. किसी अनजान लिंक से भेजे गए ऐप को इंस्टॉल न करें।

 

 

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...