अयोध्या जिले (Ayodhya District) के राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह (Pran Pratistha Ceremony) के लिए अतिथियों की लिस्ट को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसमें देश की जानी-मानी हस्तियां शामिल होंगी। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Trust) सात हजार अतिथियों को आमंत्रित कर रहा है।
अयोध्या। अयोध्या जिले (Ayodhya District) के राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह (Pran Pratistha Ceremony) के लिए अतिथियों की लिस्ट को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसमें देश की जानी-मानी हस्तियां शामिल होंगी। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Trust) सात हजार अतिथियों को आमंत्रित कर रहा है।
इनमें देश के विभिन्न परंपराओं के संत-धर्माचार्य, कलाकार, साहित्यकार, खेल जगत की हस्तियां, न्यायाधीश, उद्योगपति आदि शामिल हैं। समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) , सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) , आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (RSS chief Mohan Bhagwat) समेत तीन हजार वीवीआईपी शामिल होंगे।
सूची में क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, सिनेमा जगत से अमिताभ बच्चन, कंगना रनौत, दीपिका चिखालिया, अक्षय कुमार, गायिका आशा भोंसले, अरुण गोविल, उद्योगपति मुकेश अंबानी, गौतम अडाणी, रतन टाटा को भी आमंत्रण भेजा गया है। इसके लिए सेवानिवृत सैन्य अधिकारी, वैज्ञानिक, पद्मश्री और पद्मभूषण से सम्मानित हस्तियों को भी आमंत्रण भेजे गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी उतारेंगे रामलला की पहली आरती
श्रीराम जन्मभूमि परिसर में नवनिर्मित राममंदिर में रामलला की नई मूर्ति की पहली आरती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही उतारेंगे। प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान में 150 वैदिक आचार्यों को लगाया जा रहा है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Trust) के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि (Treasurer Govind Dev Giri) ने बताया कि काशी के शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती (Shankaracharya of Kashi Vijayendra Saraswati) के मार्गदर्शन में आचार्याों की टोली का चयन हुआ है।
काशी के वैदिक विद्वान लक्ष्मीकांत दीक्षित प्रमुख आचार्य रहेंगे। उनके साथ डेढ़ सौ पंडितों की टोली रहेगी, जो विभिन्न पारायण, पाठ, यज्ञ आदि करेगी। काशी के ही प्रसिद्ध वैदिक विद्वान गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ की निगरानी में सारे अनुष्ठान होंगे। 17 जनवरी को रामलला की अचल मूर्ति की भव्य शोभायात्रा निकालकर राम जन्मभूमि परिसर (Ram Janmabhoomi Complex) में स्थापित की जाएगी। उसके बाद 18 जनवरी से पूजन, अर्चन अनुष्ठान की प्रक्रिया शुरू होगी।
गोविंद देवगिरी (Govind Dev Giri) ने बताया कि पीएम मोदी (PM Modi) राम जन्मभूमि परिसर (Ram Janmabhoomi Complex) में पहुंचने के बाद सबसे पहले जटायु मंदिर (Jatayu Temple) जाएंगे। जटायु उन कारसेवकों, बलिदानियों के प्रतीक हैं, जिन्होंने भगवान के कार्य के लिए जीवन को न्योछावर किया। उन सबके प्रतिनिधि के रूप में जटायु को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद वे प्राण प्रतिष्ठा समारोह (Pran Pratistha Ceremony) में शामिल होंगे। फिर उद्घाटन भाषण को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम में मौजूद देशभर से आए साधु संतों से आशीर्वाद लेंगे। इसके बाद समारोह में देश विदेश से आए अतिथियों को रामलला के दर्शन कराए जाएंगे।