कार्तिक मास को भगवान श्री हरि विष्णु का प्रिय मास माना जाता है।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन तुलसी का पृथ्वी पर आगमन हुआ था।
Kartik Purnima Tulsi Puja: कार्तिक मास को भगवान श्री हरि विष्णु का प्रिय मास माना जाता है।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन तुलसी का पृथ्वी पर आगमन हुआ था। तुलसी में धन की देवी लक्ष्मी का वास माना जाता है। आज 19 नवंबर(शुक्रवार) कार्तिक पूर्णिमा के दिन शिव योग बन रहा है। शिव योग में जागरण, अभ्यास और समर्पण का विशेष महत्व है।आज के दिन माता तुलसी को प्रसन्न करने के उनके सामने दीपक जला कर जागरण करने से माता तुलसी और भगवान विष्णु अति कृपा करते हैं।
आज के दिन माता तुलसी के पूजन का विशेष महत्व है। धूप, दीप, अगरबत्ती, फूल आदि से तुलसी के पौधे की पूजा करें। इसके बाद तुलसी मंत्र का उच्चारण करें और जल अर्पित करें। इसी क्रम में तुलसी के पौधे की परिक्रमा करें। इसके पश्चात तुलसी जी की आरती करें और अंत में तुलसी की कथा का पाठ करें। ऐसी पौराणिक मान्यता है कि जिस घर में तुलसी का पौधा होता है उस घर में सुख, शांति, सौभाग्य, ऐश्वर्य एवं धन हमेशा बना रहता है।
पूर्णिमा तिथि 18 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 01 मिनट से प्रारंभ होकर, 19 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगी।
पूर्णिमा तिथि के दिन स्नान का शुभ मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 28 मिनट तक है।
दान करने का शुभ समय 19 नवंबर को सूर्यास्त से पहले तक है।