25 अप्रैल को पहला विवाह मुहूर्त है और इसके बाद 18 जुलाई को अंतिम विवाह मुहूर्त होगा। ऐसे में 25 अप्रैल से 18 जुलाई के बीच विवाह के लिए 38 शुभ मुहूर्त होंगे। इसमें अकेले मई में सर्वाधिक 15 विवाह मुहूर्त रहेंगे।
लखनऊ: लंबे इंतजार के बाद 19 अप्रैल को शुक्र उदय हो जाएंगे। इसके बाद चार महीनों से बंद पड़े वैवाहिक कार्य शुरू हो जाएंगे। शुक्र 19 अप्रैल को मध्य रात्रि 12:27 बजे उदय हो रहे हैं। ज्योतिषीय मौसम विज्ञान के अनुसार ऐसा माना गया है कि शुक्र उदय होने के समय वर्षा, मेघ आडंबर, आंधी और तूफान आदि का प्रकोप रहता है। बीते चार महीने से शुक्र के अस्त होने से विवाह कार्य पूरी तरह से बंद थे।
लेकिन अब यह इंतजार खत्म होने जा रहा है। 25 अप्रैल को पहला विवाह मुहूर्त है और इसके बाद 18 जुलाई को अंतिम विवाह मुहूर्त होगा। ऐसे में 25 अप्रैल से 18 जुलाई के बीच विवाह के लिए 38 शुभ मुहूर्त होंगे। इसमें अकेले मई में सर्वाधिक 15 विवाह मुहूर्त रहेंगे।
अप्रैल- 25 ,26 ,27 ,28 ,30 अप्रैल।
मई- 2,4, 7, 8, 9, 13, 14, 21, 22, 23, 24, 26, 29, 30, 31 मई।
जून- 5,6 ,17 ,18, 19,, 20, 21, 22 ,24 ,26, 28, 30 जून।
जुलाई-1,2,3,7, 15, 18 जुलाई।
चैत्र नवरात्रि 2021: 20 को अष्टमी और 21 अप्रैल को है रामनवमी, नोट कर लें दोनों दिन बन रहे कन्या पूजन के शुभ मुहूर्त उपरोक्त विवाह मुहूर्तों के अलावा दो अनुसूझ विवाह के मुहूर्त भी हैं जिसमें अक्षय तृतीया 14 मई और भडरिया नवमी 18 जुलाई हैं।
अनसूझ वैवाहिक मुहूर्त में उन सभी युवक-युवतियों का विवाह हो सकता है जिनका किसी कारण से शुभ मुहूर्त नहीं निकल पा रहा है। बीते वर्ष कोरोना के चलते विवाह बहुत कम हो पाए थे। उसके बाद चार माह में दो महीने मलमास में चले गए और एक माह गुरु अस्त रहे और दूसरे माह शुक्र अस्त। हालांकि विवाह मुहूर्त के बीच कोरोना का संक्रमण फिर से बढ़ने लगा है।