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नितिन गडकरी ने उद्योगपतियों को चेताया, कहा- ‘सरकार विषकन्या होती है, जिसके साथ जाती है, उसे डुबोती है

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Union Road Transport and Highways Minister Nitin Gadkari) ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में उद्योगपतियों को चेताते हुए कहा कि हमें हर चीज के लिए सरकार पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि चाहे कोई भी पार्टी सत्ता में हो, उससे दूर रहना चाहिए।

By संतोष सिंह 
Updated Date

नागपुर। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Union Road Transport and Highways Minister Nitin Gadkari) ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में उद्योगपतियों को चेताते हुए कहा कि हमें हर चीज के लिए सरकार पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि चाहे कोई भी पार्टी सत्ता में हो, उससे दूर रहना चाहिए। गडकरी ने कहा कि सरकार एक विषकन्या है और जो उसके साथ जाता है, उसे डुबो देती है।

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नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने लाडली बहना योजना (Ladli Behna Yojana) के तहत उद्योगों को दी जाने वाली सब्सिडी पर बात करते हुए ये बात कही है। वह बीते रविवार को नागपुर में विदर्भ आर्थिक विकास परिषद (Vidarbha Economic Development Council) की ओर से आयोजित ‘अद्भुत विदर्भ, मध्य भारत पर्यटन’ सम्मेलन (‘Amazing Vidarbha, Central India Tourism’ Conference) को संबोधित करते हुए ये विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सब कुछ सरकार पर निर्भर नहीं करता। सरकार विषकन्या की तरह होती है, चाहे वह किसी भी पार्टी की हो, वह जिसके साथ जाती है, उसे नहीं डुबोती। गडकरी के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है।

बेटे का सुनाया किस्सा

सरकारी सब्सिडी पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि एक बार मेरा बेटा आया और उसने कहा कि उसे 450 करोड़ रुपए की सब्सिडी मिली है और टैक्स का पैसा जमा है। उसने पूछा कि सब्सिडी कब मिलेगी? मैंने उससे कहा कि भगवान से प्रार्थना करो क्योंकि कोई भरोसा नहीं है। मिलेगी ही, यह संभव है। कब मिलेगी, लाडली बहन योजना अभी शुरू हुई है, तो सब्सिडी का पैसा उनको उनके काम के लिए मिलना है, स्वाभाविक रूप से, वह अटक गया है।

उन्होंने कहा कि हमें खुद ही योजना बनानी चाहिए। कुछ समय पहले कपड़ा उद्योग बंद हो गया था। उन्हें बिजली सब्सिडी नहीं मिलती थी। कपड़ा इकाइयां बंद होने के कगार पर थी। समस्या यह है कि हम खुद से योजना नहीं बनाते। सबसे बड़ी चुनौती यह है कि विदर्भ में ऐसे निवेशकों की कमी है जो 500-1,000 करोड़ रुपये का निवेश कर सकें। इस वजह से बड़ी परियोजनाएं हमारे पास नहीं आ रही हैं। हम लगातार किसी को खोजने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हमें कोई नहीं मिल पा रहा है।

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नितिन गडकरी के बयान को विपक्ष ने हाथोंहाथ लिया और महाराष्ट्र सरकार की आर्थिक सेहत को लेकर घेरना शुरू कर दिया

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के इस बयान को विपक्ष ने हाथोंहाथ लिया है और महाराष्ट्र सरकार को प्रदेश की आर्थिक सेहत को लेकर घेरना शुरू कर दिया। उद्धव सेना (Uddhav Sena) और एनसीपी-शरद पवार (NCP-Sharad Pawar) ने कहा कि यदि सरकार के लोग ही आर्थिक सेहत को लेकर चेता रहे हैं तो यह चिंता की बात है। अब नितिन गडकरी की ओर से दिए बयान पर विपक्ष ने तंज कसा है। संजय राउत ने कहा कि नितिन गडकरी ने सही सवाल उठाया है। यदि ऐसे समय में फंड का बेजा इस्तेमाल होता है, जब सरकार के पास पैसे की कमी है और दूसरी स्कीमों को रोकना पड़ रहा है तो केंद्र सरकार की भी कुछ जिम्मेदारी बनती है। बता दें कि पिछले दिनों भाजपा विधायक टेकचंद सावरकर ने भी इस स्कीम को लेकर कहा था कि यह महिलाओं के वोटों का जुगाड़ करने की कोशिश है।

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