योगी कैबिनेट में पूर्वांचल से भाजपा नेता दया शंकर मिश्रा 'दयालु' को इस बार मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। योगी कैबिनेट में उनको राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है। बता दें कि दयाशंकर 2017 के चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। उन पर विश्वास जताते हुए पार्टी ने पूर्वांचल विकास बोर्ड में उनको उपाध्यक्ष भी बनाया था। अब उनको योगी सरकार में मंत्री का पद देकर उनकी जिम्मेदारियों में इजाफा किया गया है। दयाशंकर मिश्रा वाराणसी में डीएवी इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य भी रहे हैंं।
लखनऊ। योगी कैबिनेट में पूर्वांचल से भाजपा नेता दया शंकर मिश्रा ‘दयालु’ को इस बार मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। योगी कैबिनेट में उनको राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है। बता दें कि दयाशंकर 2017 के चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। उन पर विश्वास जताते हुए पार्टी ने पूर्वांचल विकास बोर्ड में उनको उपाध्यक्ष भी बनाया था। अब उनको योगी सरकार में मंत्री का पद देकर उनकी जिम्मेदारियों में इजाफा किया गया है। दयाशंकर मिश्रा वाराणसी में डीएवी इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य भी रहे हैंं।
शाम 5.01 बजे उन्होंने राज्यमंत्री पद की शपथ ली तो वाराणसी में उनके समर्थक भी खूब उत्साहित नजर आए। वाराणसी जिले से वह एकमात्र ब्राह्मण चेहरा होने की वजह से माना जा रहा है कि उन्होंने मंत्री नीलकंठ तिवारी को रिप्लेस किया है। शुरुआत में उनके नाम की चर्चा न होने की वजह से भी पूर्वांचल में उनका नाम मंत्रियों के सीन से पूरी तरह गायब था। कांग्रेस से उनका पुराना संबंध होने की वजह से माना जा रहा है कि पार्टी में उनको पर्याप्त सम्मान इस पद के साथ अब दिया गया है।
दयाशंकर मिश्रा ‘दयालु’ की प्रशासनिक और शैक्षणिक क्षमताओं की वजह से माना जा रहा है कि उनको यह पद दिया गया है। पार्टी से जुड़ने के बाद से ही वह लगातार सक्रियता के साथ पार्टी के हित में कार्य करते रहे और अब उनको योगी सरकार में शामिल करने से वाराणसी से तीन मंत्रियों का प्रतिनिधित्व योगी सरकार में हो गया है।
अनिल राजभर और रवींद्र जायसवाल ने जहां वाराणसी जिले से दोबारा योगी सरकार में वापसी की है। उस लिहाज से दयाशंकर मिश्रा का कैबिनेट में शामिल होना जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं को काफी चकित भी कर रहा है। वहीं माना जा रहा है कि पार्टी में इस पद के साथ ही अब उनका कद पूर्वांचल में और भी बड़ा हो गया है। वहीं उनके राज्यमंत्री बनने से उनके समर्थकों में भी काफी उत्साह है।
गाजीपुर के सिधौना के मूल निवासी
दयाशंकर मिश्र दयालु फिलहाल किसी सदन के नेता नहीं हैं। डॉ. दयाशंकर मिश्र बनारस से सटे गाजीपुर जिले के सिधौना गांव के निवासी हैं। प्रारंभिक शिक्षा गांव में ग्रहण कर बनारस आए। हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज से बीएससी की फिर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से विनस्पित विज्ञान में स्नातकोत्तर फिर पीएचडी की डिग्री हासिल की।