नेपाल (Nepal) से बीते दो दिनों से पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इस वजह से यूपी के कई जिलों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, सरयू नदी एक दम उफान पर है। जलस्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। सरयू को बढ़ते जल स्तर को देखकर किनारों पर बसे गांवों के ग्रामीणों की नींद उड़ गई है। कई गांव पानी से घिर गए हैं।
UP Flood : नेपाल (Nepal) से बीते दो दिनों से पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इस वजह से यूपी के कई जिलों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, सरयू नदी एक दम उफान पर है। जलस्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। सरयू को बढ़ते जल स्तर को देखकर किनारों पर बसे गांवों के ग्रामीणों की नींद उड़ गई है। कई गांव पानी से घिर गए हैं। जानकारी के मुताबिक गौरीशंकर घाट के खतरे के निशान 69.90 मीटर से मात्र 1.35 मीटर नीचे है।
नेपाल (Nepal) की ओर से गिरजा, सरयू और शारदा बैराज से दो दिनों के अंदर पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। सिंचाई विभाग (Irrigation Department) के जूनियर इंजीनियर जेपी यादव ने बताया कि शुक्रवार और शनिवार की सुबह तीन बैराजों से दो बार में पानी छोड़ा गया है। सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से बाराबंकी, बहरामघाट, बहराइच, सीतापुर, गोंडा, अयोध्या, टान्डा, राजेसुल्तानपुर, दोहरीघाट, बलिया जिलों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
सरयू का जल स्तर बढ़ने से सिंचाई विभाग के अधिकारियों के नींदे उड़ी हुई हैं। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता वीरेंद्र पासवान ने बताया कि बहराइच में सरयू नदी का जलस्तर तेजी के साथ बढ़ रहा है। शाही मस्जिद के पास नदी का दबाव बहुत ज्यादा है। राम जानकी घाट के बीच सीढ़ियां नदी की धारा में गायब हो गई हैं।
तेजी से बढ़ रहा सरयू नदी का जलस्तर
जानकारी के सरयू नदी का जलस्तर शुक्रवार की शाम चार बजे 68.35 मीटर था जो शनिवार की शाम बढ़कर 68.55 मीटर हो गया। इधर नदी का जलस्तर बढ़ने से तराई इलाके के लोगों में दहशत का माहौल है। वहीं तराई क्षेत्र के करीब एक दर्जन गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए अधिकारी अलर्ट हो गए हैं। राजस्व कर्मियों को किसी भी आपात स्थित से निपटने को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।