उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल का असर कई जगहों पर देखने को मिल रहा है। हालांकि, इसको लेकर सरकार पूरी तरह से सख्त है। कानपुर, वाराणसी व मेरठ समेत कई शहरों में हड़ताल के बाद इसका असर देखने को मिला है। विद्युत आपूर्ति ठप होने के कारण सरकार ने भी सख्ती शुरू कर दी है।
UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल (Electricity workers strike) का असर कई जगहों पर देखने को मिल रहा है। हालांकि, इसको लेकर सरकार पूरी तरह से सख्त है। कानपुर, वाराणसी व मेरठ समेत कई शहरों में हड़ताल के बाद इसका असर देखने को मिला है। विद्युत आपूर्ति ठप होने के कारण सरकार ने भी सख्ती शुरू कर दी है।
कई कर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। साथ ही एजेंसियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। यूपी सरकार के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने हड़ताली कर्मचारियों को चेताया है कि लाइन में फॉल्ट करने वालों को आकाश-पाताल से खोज निकालकर कड़ी कार्रवाई करेंगे।
उन्होंने आपूर्ति को पूरे नियंत्रण में बताते हुए कहा कि प्रदेश में चार हजार मेगावाट सरप्लस बिजली है। उधर, हाईकोर्ट इलाहाबाद ने कर्मचारी नेताओं को अवमानना नोटिस जारी किया है। बताया जा रहा है कि, हड़ताल के चलते पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में 242 कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया। साथ ही छह एजेंसियों पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई।