हत्याकांड में शामिल अभी अरमान, गुड्डू मुस्लिम और साबिर अभी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। माफिया के बेटे के मुठभेड़ में मारे जाने की सूचना पर सोशल मीडिया पर 'मिट्टी में मिला देंगे' अभियान की फिर चर्चा होने लगी है। वहीं, इस एनकाउंटर के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हत्यारों को सजा मिलना तय था।
Asad Encounter: उमेश पाल हत्याकांड के डेढ़ महीने बाद एसटीएफ को बड़ी सफलता मिली है। हत्याकांड में शामिल माफिया अतीक के बेटे असद और शूटर गुलाम को एसटीएफ ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। वहीं, हत्याकांड में शामिल अभी अरमान, गुड्डू मुस्लिम और साबिर अभी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। माफिया के बेटे के मुठभेड़ में मारे जाने की सूचना पर सोशल मीडिया पर ‘मिट्टी में मिला देंगे’ अभियान की फिर चर्चा होने लगी है। वहीं, इस एनकाउंटर के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हत्यारों को सजा मिलना तय था।
लगातार बदल रहे थे ठिकाने
बता दें कि, उमेश पाल हत्याकांड के बाद से हत्यारे लगातार फरार चल रहे थे। उनके द्वारा लगातार ठिकाने बदले जा रहे थे। पुलिस को पिछले कई दिनों से लगातार इनके बारे में जानकारी मिल रही थी। इसी के आधार पर इनको ट्रेस किया जा रहा था। इस बीच एसटीएफ को जानकारी मिली कि हत्यारे झांसी में मौजूद हैं। इस सूचना के बाद घेराबंदी किया गया, जिसके बाद एनकाउंटर में ये मारे गए।
पांच-पांच लाख के थे इनामी
उमेश पाल हत्याकांड के बाद से फरार आरोपियों पर पुलिस ने पांच—पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। असद के अलावा अन्य चार आरोपी अरमान, गुलाम, गुड्डू और साबिर पर ये इनाम घोषित किया था।
सीसीटीवी में कैद हुआ था असद
बता दें कि, उमेश पाल हत्याकांड के बाद कई सीसीटीवी फुटेज सामने आई थी। इस सीसीटीवी फुटेज में माफिया के बेटे असद की तस्वीर कैद हुई थी। इसके बाद से ही पुलिस की टीम उसकी लगातार तलाश कर रही थी।