यही नहीं पुलिस कार्रवाई में अब्दुल कवि के करोड़ों के आर्थिक साम्राज्य पर भी चोट पहुंची है। माना जा रहा है कि इन्हीं कारणों से कवि ने पुलिस को चकमा देकर राजधानी की सीबीआई कोर्ट में आत्मसमर्पण किया। बता दें कि, राजू पाल हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआई ने सरायअकिल के भखंदा निवासी माफिया अतीक के शूटर अब्दुल कवि का नाम उजागर किया। पुलिस व सीबीआई ने 18 वर्ष से फरार अब्दुल कवि के घर 14 फरवरी को कुर्की का नोटिस चस्पा किया।
UP News: बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड का आरोपी अब्दुल कवि ने बुधवार को पुलिस को चकमा देकर लखनऊ की स्पेशल सीबीआई कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। प्रयागराज में उमेश पाल व उनके दो सरकारी गनर की हत्या के बाद पुलिस ने शूटर, उसके परिजनों और मददगारों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की थी। इसके बाद अब्दुल कवि ने आत्मसमर्पण किया। कहा ये भी जा रहा है कि अब्दुल कवि को एनकाउंटर का डर था, जिसके कारण उसने आत्मसमर्पण किया है।
यही नहीं पुलिस कार्रवाई में अब्दुल कवि के करोड़ों के आर्थिक साम्राज्य पर भी चोट पहुंची है। माना जा रहा है कि इन्हीं कारणों से कवि ने पुलिस को चकमा देकर राजधानी की सीबीआई कोर्ट में आत्मसमर्पण किया। बता दें कि, राजू पाल हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआई ने सरायअकिल के भखंदा निवासी माफिया अतीक के शूटर अब्दुल कवि का नाम उजागर किया। पुलिस व सीबीआई ने 18 वर्ष से फरार अब्दुल कवि के घर 14 फरवरी को कुर्की का नोटिस चस्पा किया।
इस बीच 24 फरवरी को राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की प्रयागराज में हत्या हो गई। सूत्रों की माने तो पुलिस की जांच में अब्दुल कवि का के घर में शरण लेने की जानकारी पुलिस को मिली, जिसके बाद से पुलिस ने कार्रवाई शुरू की थी। इस पर पुलिस ने तीन मार्च को अब्दुल कवि के घर पर सघन तलाशी अभियान चलाया। तलाशी के दौरान अब्दुल कवि या अन्य कोई शूटर तो पकड़ा नहीं गया, लेकिन दीवारों में छिपाकर रखे गए पांच नाजायज असलहे, देशी बम, चापड़ व चाकू बरामद किए गए।