अब विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति 72 घंटे पूरे होने के बाद अपनी आगे की रणनीति तय करेगी। बिजली कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर विपक्षी दलों ने भी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि, सपा ‘बिजली-व्रत’ करेगी और जनता का साथ देगी।
UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल जारी है। शनिवार रात हुई ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (Energy Minister AK Sharma) से बातचीत में भी कोई हल नहीं निकल पाया। वहीं, अब विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति 72 घंटे पूरे होने के बाद अपनी आगे की रणनीति तय करेगी। बिजली कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर विपक्षी दलों ने भी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि, सपा ‘बिजली-व्रत’ करेगी और जनता का साथ देगी।
उप्र की जनता जिस तरह बिजली संकट से जूझ रही है, उसे देखते हुए हम ये अपील करते हैं कि सपा के नेतागण, कार्यकर्ता व शुभचिंतक तब तक इन्वर्टर या जेनरेटर जैसे बिजली के वैकल्पिक साधनों का व्यक्तिगत प्रयोग न करें जब तक बिजली की बहाली न हो जाए।
सपा ‘बिजली-व्रत’ करेगी और जनता का साथ देगी।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 19, 2023
इससे पहले भी उन्होंने कहा था कि, निजी हाथों में बिजली सौंपने के लिए दिल्ली-लखनऊ मिलकर यूपीवालों व बिजलीकर्मियों दोनों को उत्पीड़ित कर रहे हैं। रविवार को अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ट्वीट कर लिखा है कि, ‘उप्र की जनता जिस तरह बिजली संकट से जूझ रही है, उसे देखते हुए हम ये अपील करते हैं कि सपा के नेतागण, कार्यकर्ता व शुभचिंतक तब तक इन्वर्टर या जेनरेटर जैसे बिजली के वैकल्पिक साधनों का व्यक्तिगत प्रयोग न करें जब तक बिजली की बहाली न हो जाए। सपा ‘बिजली-व्रत’ करेगी और जनता का साथ देगी।’
निजी हाथों में बिजली सौंपने के लिए दिल्ली-लखनऊ मिलकर यूपीवालों व बिजलीकर्मियों दोनों को उत्पीड़ित कर रहे हैं।
भाजपाई संविदाकर्मियों का रोज़गार छीनना चाहते हैं?जो पुलिस क़ानून-व्यवस्था नहीं संभाल पाती, वो बिजली क्या सँभालेंगी?सपा के समय घाटे से उबरा कारपोरेशन अब घाटे में क्यों है? pic.twitter.com/DwSkKY9e4P— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 18, 2023
वहीं, शनिवार को ट्वीट कर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने लिखा था कि, ‘निजी हाथों में बिजली सौंपने के लिए दिल्ली-लखनऊ मिलकर यूपीवालों व बिजलीकर्मियों दोनों को उत्पीड़ित कर रहे हैं। भाजपाई संविदाकर्मियों का रोज़गार छीनना चाहते हैं? जो पुलिस क़ानून-व्यवस्था नहीं संभाल पाती, वो बिजली क्या संभालेंगी? सपा के समय घाटे से उबरा कारपोरेशन अब घाटे में क्यों है?