उत्तराखंड के नये मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने रविवार को एक बार फिर ऐसा बयान दिया है जिसपर विवाद पैदा हो सकता है। फटी जींस पर उनके द्वारा दिये गये बयान पर उठा विवाद अभी थमा भी नहीं था की उन्होंने नया विवाद खड़ा कर दिया है। रामनगर में अंतरराष्ट्रीय वानिकी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम रावत ने लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा बांटे गए अनाज को लेकर बयान दिया है।
देहरादून। उत्तराखंड के नये मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने रविवार को एक बार फिर ऐसा बयान दिया है जिसपर विवाद पैदा हो सकता है। फटी जींस पर उनके द्वारा दिये गये बयान पर उठा विवाद अभी थमा भी नहीं था की उन्होंने नया विवाद खड़ा कर दिया है। रामनगर में अंतरराष्ट्रीय वानिकी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम रावत ने लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा बांटे गए अनाज को लेकर बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि लोगों में सरकार द्वारा बांटे गए चावल को लेकर जलन भी होने लगी है कि दो सदस्यों वालों को 10 किलो जबकि 20 सदस्य वालों को एक क्विंटल अनाज क्यों दिया गया? उन्होंने कहा की ‘भैया इसमें दोष किसका है, उसने 20 पैदा किए, आपने दो पैदा किए, तो उसको एक क्विंटल मिल रहा है, इसमें जलन काहे का। जब समय था तब आपने दो ही पैदा किए, 20 क्यों नहीं किए।’ इस दौरान सीएम ने किसी धर्म या जाति का नाम नहीं लिया।
उन्होंने अपने भाषण में एक तथ्यात्मक गलती करते हुए कहा कि भारत 200 साल तक अमेरिका का गुलाम रहा। बता दें कि तीरथ के कार्यभार संभालने के एक हफ्ते के अंदर ही वह विवादों में घिर गए थे। इस दौरान वो लड़कियों के फटी हुई जींस पहनने पर विवादित टिप्पणी कर के विपक्ष के निशाने पर आ गये थे।