मायानगरी में कहते न कि अगर शुरुवात अच्छी हो तो सफर के रास्ते भी आसान हो जाते हैं, और अगर साथ दिलचस्प हो तो रास्ते भी आसानी से कट जाते हैं। जी ही एक्ट्रेस रुपाली सूरी उन्ही में से एक हैं जिन्होंने अपने कैरियर के शुरुवात में एक्ट्रेस रत्ना पाठक शाह के साथ एक इंटर नेशनल फीचर फिल्म 'डैड होल्ड माय हैंड' में काम किया और काफी सराही गयी और अब वेटेरन एक्टर विक्रम गोखले की डायरेक्शन में बनी शार्ट फ़िल्म ' कुछ सीखे' में रुपाली दिखाई देने वाली हैं।
मुंबई : मायानगरी में कहते न कि अगर शुरुवात अच्छी हो तो सफर के रास्ते भी आसान हो जाते हैं, और अगर साथ दिलचस्प हो तो रास्ते भी आसानी से कट जाते हैं। जी ही एक्ट्रेस रुपाली सूरी उन्ही में से एक हैं जिन्होंने अपने कैरियर के शुरुवात में एक्ट्रेस रत्ना पाठक शाह के साथ एक इंटर नेशनल फीचर फिल्म ‘डैड होल्ड माय हैंड’ में काम किया और काफी सराही गयी।
अब वेटेरन एक्टर विक्रम गोखले (Vikram Gokhale) की डायरेक्शन में बनी शार्ट फ़िल्म’ कुछ सीखे’ में रुपाली दिखाई देने वाली हैं। लॉक डाउन में पति पत्नी के रिश्ते पर बनी इस शार्ट फ़िल्म को खुद विक्रम गोखले (Vikram Gokhale) ने लिखा है, एडिट किया हैं, कंपोज़ किया हैं और डायरेक्शन भी दिया हैं।
जब दुनिया लॉकडाउन में घरों में कैद थी, कही घरों में रिश्ते मजबूत हो रहे थे तो कही उन्ही रिश्तों में कड़वाहट आ रही थी। पति और पत्नी के खट्टी मीठी अनबन को बहुत ही खूबसूरती से विक्रम जी ने कैमरे में उतारा हैं। कहानी के बारे में विक्रम गोखले (Vikram Gokhale) कहते हैं ‘जहां एक महिला घर की रसोई संभालती हैं और पुरुष बाहर का काम करते हैं।
लेकिन लॉक डाउन के वक़्त पुरुष भी रसोई के काम में मदद कर रहे थे। पर मजबूरी में घरों में बैठकर रोजमर्रा के कामो को कर बोर भी हो रहे थे ऐसे में बर्तन धोकर, खाना बनाकर पति को ये एहसास होता हैं कि घर के काम मे भी बहुत शिद्दत और मेहनत लगती हैं जो आसान नही हैं।
यहां हम कुछ दिनों से घर मे बैठकर रसोई और घर का काम संभाल नही पा रहे हैं और वही बीवियां सब कुछ सैक्रिफाइस कर अपना पूरा वक़्त घर को बनाने में देती हैं “। पति और पत्नी के मीठे नोंक झोंक की फ़िल्म ‘कुछ सीखे’ एक सोशल मेसेज देती हैं कि महिला के समर्पण और त्याग का अहसास पुरुषों को होना चाहिए।
विक्रम के बारे में रुपाली कहती है कि ” विक्रम सर अपने आप में एक्टिंग की इंस्टिट्यूट हैं मुझे उनसे बहुत कुछ सीखने को मिल रहा हैं वो मुझे डांटते भी हैं लेकिन उनकी डांट में भी बहुत ज्ञान हैं। वो उन एक्टर्स में से हैं जो कला की गहराई को समझते हैं और उसी में रहकर काम करते हैं। उनके साथ रहकर मेरी एक्टिंग की पिलर मजबूत हो गयी हैं।
वही रुपाली सूरी के बारें में विक्रम गोखले कहते हैं कि रुपाली एक बहुत अच्छी अदाकारा हैं। वो एक अच्छी स्टूडेंट हैं । बातों को बहुत ही बारीकी से सुनती और समझती हैं। अगर उसे एक अच्छा निर्देशन मिलेगा तो वो आगे कमाल करेगी।