हमारे शरीर पर हमारे वातावरण और मौसम का असर पड़ता है। मौसम के अनुसार शरीर प्रतिक्रिया करती है। इसी तरह सेहत का मौसम से गहरा नाता है।
Weather In Summer : हमारे शरीर पर हमारे वातावरण और मौसम का असर पड़ता है। मौसम के अनुसार शरीर प्रतिक्रिया करती है। इसी तरह सेहत का मौसम से गहरा नाता है। इसलिए आयुर्वेद में हर मौसम के हिसाब से रहन.सहन और खान पान के निर्देश दिए गए हैं। इन निर्देशों का यथेष्ठ पालन करके आप स्वस्थ और निरोग रह सकते हैं। अब गर्मी दस्तक दे चुकी है। धीरे धीरे यह बढ़ती ही जाएगी। इसी के साथ बढ़े तापमान का असर शरीर पर पड़ने लगता है।
चिकित्सकों का कहना है कि बढ़ते तापमान से निर्जलीकरणए त्वचा में जलन, बुखार, हीटस्ट्रोक आदि का खतरा होता है। इसलिए आपको ठीक से संतुलित आहार लेना चाहिए। आपको अपने आहार में मौसमी खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए। ऐसा इसलिए कि गर्मी के मौसम में एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाए रखने के लिए हाइड्रेटेड रहना चाहिए। यही वजह है कि हमने आपके लिए चिकित्सकों से बातचीत करके यहां कुछ स्वस्थ सुझाव दे रहे हैं जिनका अनुपालन करके आप अपने स्वास्थ्य को किसी भी प्रकार का नुकसान पहुंचाए बगैर इस गर्मी का आनंद ले सकते हैं।
मौसमी फल व सब्जियां
इसलिए आप इस मौसम में आम, आलूबुखारा, टमाटर, जामुन, तरबूज, संतरा, खीरा,खरबूजे, तोरी, कद्दू,नेनुआ, सहजन आदि का सेवन करें।
खुद को हाइड्रेटेड रखें
गर्मी में पानी पीना बेहद जरूरी हैए क्योंकि यह आपके शरीर को फिर से हाइड्रेट करने में मदद करता है और इसे बेहतर तरीके से काम करने में काफी मदद करता है। इसलिए आप यह सुनिश्चित करें कि कम से कम 8.10 गिलास पानी पूरे दिन में पिएं और एक अच्छी तरह से हाइड्रेटेड शरीर को सुनिश्चित करें।
पानी का सेवन शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है
यदि आपके पास हर समय पानी उपलब्ध नहीं हो सकता है, तो बेहतर स्वाद के लिए खस खस शर्बत, नींबू पानी, लेमनग्रास चाय, मिल्कशेक, गुलकंद, आम पन्ना, सत्तू, ताजा नारियल पानी, गन्ने का रस जैसे पेय पीने का प्रयास करें। आपको पता होना चाहिए कि सौंफ के पानी का सेवन शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है, क्योंकि इसके अंदर कई उपयोगी फाइबर होते हैं जो शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालते हैं।