मानसूनी बारिश ने मौसम का मिजाज बदल दिया है। जुलाई महीने में इस बार रिकॉर्ड बारिश हुई है। जुलाई में हुई रिकॉर्ड बारिश के कारण किसानों को लाभ पहुंचा है। धान की रोपाई के समय बारिश किसानों का बड़ा सहारा बनी है लेकिन जनजीवन भी प्रभावित दिखी है।
Weather Report: मानसूनी बारिश ने मौसम का मिजाज बदल दिया है। जुलाई महीने में इस बार रिकॉर्ड बारिश हुई है। जुलाई में हुई रिकॉर्ड बारिश के कारण किसानों को लाभ पहुंचा है। धान की रोपाई के समय बारिश किसानों का बड़ा सहारा बनी है लेकिन जनजीवन भी प्रभावित दिखी है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले 48 से 72 घंटे तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
बता दें कि, मेरठ बागपत समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पिछले कई दिन से बारिश जारी है। मूसलाधार बारिश से जहां किसानों के चेहरे खिले हुए हैं वहीं जनजीवन प्रभावित भी हुआ है। मुजफ्फरनगर में बारिश और आकाशीय बिजली गिरने के कारण कई स्थानों पर हादसे हो गए तो कई स्थानों पर मकान गिरने की घटनाएं भी हुईं। विभिन्न जिलों में रुक रुक कर बारिश जारी है।
सड़कों पर जलभराव की स्थिति बनी
मेरठ की बात करें तो यहां बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले 48 से 72 घंटे तक भारी बारिश की संभावना है। कांवड़ यात्रा के दौरान शिवभक्तों को भी बारिश के बीच से ही गुजरना पड़ रहा है। मेरठ में बारिश के कारण शहर भर में लोगों को जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।