राहुल गाँधी ने कहा, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मैंने नारा दिया- 'नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान' खोलनी है। क्योंकि राजनीति से 'मोहब्बत' शब्द गायब था। राजनीति में सिर्फ नफरत और हिंसा फैलाई जा रही थी। इसलिए हम मोहब्बत शब्द लेकर आए।
मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांंधी ने मंगलवार गोंदिया, महाराष्ट्र में जनता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मैंने नारा दिया- ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान’ खोलनी है। क्योंकि राजनीति से ‘मोहब्बत’ शब्द गायब था। राजनीति में सिर्फ नफरत और हिंसा फैलाई जा रही थी। इसलिए हम मोहब्बत शब्द लेकर आए। नफरत को सिर्फ मोहब्बत से खत्म किया जा सकता है। यही कांग्रेस पार्टी और महात्मा गांधी जी की सोच है।
साथ ही कहा, हमारे संविधान में फुले जी, बाबासाहेब आंबेडकर जी, भगवान बुद्ध जी, बसवन्ना जी, नारायण गुरु जी, छत्रपति शिवाजी महाराज जी की सोच है। संविधान में एकता, मोहब्बत, समानता है। हर धर्म का आदर है। इसमें कहीं भी नफरत की बात नहीं लिखी है। मैं गारंटी के साथ कहता हूं कि नरेंद्र मोदी ने इसे पढ़ा भी नहीं होगा। क्योंकि अगर उन्होंने संविधान को पढ़ा होता, तो इसमें लिखी बातों का सम्मान करते।
राहुल गांंधी ने कहा, देश में लोकतंत्र संविधान की वजह से है। हिंदुस्तान की संस्थाएं भी इसी से निकली हैं। लेकिन…नरेंद्र मोदी और RSS हर समय इसके ऊपर आक्रमण करते हैं। जब BJP ने महाराष्ट्र में आपकी सरकार चुरा ली, तब उन्होंने संविधान को कमजोर किया। जब BJP-RSS अपने लोगों को हिंदुस्तान की संस्थाओं में बड़े पदों पर बैठाती है, तो वो संविधान को कमजोर करती है। जब वे किसानों को सही MSP नहीं देते, तो वे संविधान को कमजोर करते हैं। जब अडानी जैसे लोगों का लाखों करोड़ों रुपए माफ होता है, तब भी संविधान को कमजोर किया जाता है।
देश की संस्थाएं जनता की हैं, यह किसी एक व्यक्ति की नहीं हैं। हमारा पहला काम जातिगत जनगणना का होगा फिर 50% आरक्षण की सीमा को खत्म करेंगे। हमें ऐसा हिंदुस्तान बनाना है, जहां किसानों, मजदूरों और छोटे व्यापारियों की इज्जत हो। नरेंद्र मोदी जितना पैसा अरबपतियों को देंगे, हम उतना पैसा महाराष्ट्र के मजदूरों, गरीबों और किसानों को देंगे।