हिंदू धर्म में सावन माह का विशेष महत्व होता है। श्रावण मास में भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि सावन का महीना भोलेनाथ को समर्पित है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल सावन का महीना 25 जुलाई से 22 अगस्त तक रहेगा। इस साल कुल 4 सोमवार पड़ रहे हैं।
नई दिल्ली। हिंदू धर्म में सावन माह का विशेष महत्व होता है। श्रावण मास में भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि सावन का महीना भोलेनाथ को समर्पित है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल सावन का महीना 25 जुलाई से 22 अगस्त तक रहेगा। इस साल कुल 4 सोमवार पड़ रहे हैं।
कुंवारी कन्याओं कोसुयोग्य वर प्राप्ति का भी आशीर्वाद मिलने की मान्यता
हिंदू मान्यताओं के अनुसार सावन के महीने में जो व्यक्ति भगवान शिव की पूजा सच्चे मन से करता है उसकी सभी मनोकामनाएं जल्दी पूरी होती हैं। इसके साथ ही कुंवारी कन्याओं कोसुयोग्य वर प्राप्ति का भी आशीर्वाद मिलने की मान्यता है।
सावन मास में सोमवार की तिथियां-
सावन का पहला सोमवार- 26 जुलाई 2021
सावन का दूसरा सोमवार- 2 अगस्त 2021
सावन का तीसरा सोमवार- 9 अगस्त 2021
सावन का चौथा सोमवार- 16 अगस्त 2021
शिवरात्रि की पूजा विधि –
सुबह स्नानादि के बाद साफ वस्त्र धारण करें।
मंदिर में भगवान शिव की मूर्ति को स्थापित करें।
इसके बाद 1001 बेल पत्र रख लें।
भोलेनाथ के आगे दीपक और धूपबत्ती चलाएं।
अब शिवशंकर मंत्रों के उच्चारण के साथ 1001 बेल पत्र अर्पित करें।
इसके बाद भगवान शिव को भोग लगाएं।
पूजन के दौरान शिव भगवान को 1001 बार स्मरण करें।
भगवान शंकर को लगाएं भोग-
भगवान शिव की पूजा के दौरान भोग का विशेष महत्व होता है। इसलिए भोग के रूप गुड़ से बना पुआ, हलवा और कच्चे चना या दूध से बनी मिठाई का भोग लगा सकते हैं।