विद्यार्थियों को माता सरस्वती की आराधना अवश्य करनी चाहिए। अक्सर विद्यार्थियों को यह कहते सुना जाता है कि वो जो याद पाठ पढ़ते है उसे वो भूल जाते है।
माता सरस्वती की आराधना: विद्यार्थियों को माता सरस्वती की आराधना अवश्य करनी चाहिए। अक्सर विद्यार्थियों को यह कहते सुना जाता है कि वो जो याद पाठ पढ़ते है उसे वो भूल जाते है। कभी कभी विद्यार्थियों को यह कहते सुना जाता है कि उनका पढ़ने में मन नहीं लगता है। अध्ययन संबंधी दोषों को दूर करने के लिए विद्यार्थियों को माता सरस्वती की आराधना अवश्य करनी चहिए।
जो लोग सरस्वती के कठिन मंत्र का जप नहीं कर सकते उनके लिए प्रस्तुत है मां सरस्वती के सरल मंत्र।
सरस्वती गायत्री मंत्र : ‘ॐ वागदैव्यै च विद्महे कामराजाय धीमहि। तन्नो देवी प्रचोदयात्।’
सरस्वती वंदना
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता।
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना॥
या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता।
सा माम् पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥1॥
शुक्लाम् ब्रह्मविचार सार परमाम् आद्यां जगद्व्यापिनीम्।
वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्॥
हस्ते स्फटिकमालिकाम् विदधतीम् पद्मासने संस्थिताम्।
वन्दे ताम् परमेश्वरीम् भगवतीम् बुद्धिप्रदाम् शारदाम्॥2॥
मां सरस्वती का संपूर्ण मंत्र
ओम ऐं ह्रीं क्लीं महासरस्वती देव्यै नमः।
मां सरस्वती की आरती
जय सरस्वती माता, मैया जय सरस्वती माता।
सद्गुण वैभवशालिनी, त्रिभुवन विख्याता।।
जय सरस्वती माता…
चन्द्रवदनि, पद्मासिनि द्युति मंगलकारी।
सोहे हंस-सवारी, अतुल तेजधारी।।