Adipurush Dialogue Controversy : प्रभास की फिल्म 'आदिपुरुष' को लेकर देश में काफी बवाल मचा हुआ है। संत समाज से लेकर कई प्रदेश की सरकारों ने इस फिल्म का बैन करने की बात कही जा रही है। लोगों का कहना है कि रामायण की कहानी पर बेस्ड इस फिल्म में इस तरह की भाषा को बर्दाशत नहीं किया जाएगा।
Adipurush Dialogue Controversy : प्रभास की फिल्म ‘आदिपुरुष’ को लेकर देश में काफी बवाल मचा हुआ है। संत समाज से लेकर कई प्रदेश की सरकारों ने इस फिल्म का बैन करने की बात कही जा रही है। लोगों का कहना है कि रामायण की कहानी पर बेस्ड इस फिल्म में इस तरह की भाषा को बर्दाशत नहीं किया जाएगा। ऐसे में अभी तक इस फिल्म के डायलॉग्स लिखने वाले मनोज मुंतशिर (Manoj Muntashir) अपना बचाब रहे थे और कई कुतर्क गढ़ रहे थे, लेकिन दर्शकों, संत समाज व प्रदेश सरकारों की नाराजगी को भांपते हुए उन्होंने एक ट्वीट कर इन विवादित डायलॉग्स को अब बदलने की बात कही है।
रामकथा से पहला पाठ जो कोई सीख सकता है, वो है हर भावना का सम्मान करना.
सही या ग़लत, समय के अनुसार बदल जाता है, भावना रह जाती है.
आदिपुरुष में 4000 से भी ज़्यादा पंक्तियों के संवाद मैंने लिखे, 5 पंक्तियों पर कुछ भावनाएँ आहत हुईं.
उन सैकड़ों पंक्तियों में जहाँ श्री राम का यशगान…— Manoj Muntashir Shukla (@manojmuntashir) June 18, 2023
मनोज मुंतशिर को काफी खरी-खोटी सुनाई जा रही है
बता दें कि फिल्म ‘आदिपुरुष’ के डायलॉग्स लिखने वाले मनोज मुंतशिर को काफी खरी-खोटी सुनाई जा रही है, जिसके बाद मनोज ने अपने बचाव में कहा था कि फिल्म में ऐसी भाषा गलती से इस्तेमाल नहीं हुई, बल्कि ये जानबूझकर किया गया है ताकि यंग ऑडियंस रिलेट कर सके। उन्होंने कहा था कि भारत के कई कथावाचक इसी तरह की भाषा में कथा सुनाते आए हैं, लेकिन अब फिल्म के डायलॉग्स पर बढ़ते विवाद को देखते हुए मनोज ने एक लंबा-चोड़ा ट्वीट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने लिखा, ”आदिपुरुष में प्रभु श्री राम का यशगान किया जिसके लिए उन्हें तारीफ नहीं मिली, लेकिन 5 लाइनों के लिए उनकी आलोचना में लोगों ने बहुत कुछ कहा। रामकथा से पहला पाठ जो कोई सीख सकता है, वो है हर भावना का सम्मान करना। सही या ग़लत, समय के अनुसार बदल जाता है, भावना रह जाती है। आदिपुरुष में 4000 से भी ज़्यादा पंक्तियों के संवाद मैंने लिखे, 5 पंक्तियों पर कुछ भावनाएं आहत हुईं। उन सैकड़ों पंक्तियों में जहां श्री राम का यशगान किया, मां सीता के सतीत्व का वर्णन किया, उनके लिए प्रशंसा भी मिलनी थी, जो पता नहीं क्यों मिली नहीं।
मनोज ने दर्शकों से की शिकायत
अपने ट्वीट में ट्रोल करने वालों के लिए मनोज ने लिखा, ”मेरे ही भाइयों ने मेरे लिए सोशल मीडिया पर अशोभनीय शब्द लिखे। वही मेरे अपने, जिनकी पूज्य माताओं के लिए मैंने टीवी पर अनेकों बार कविताए पढ़ीं, उन्होंने मेरी ही मां को अभद्र शब्दों से संबोधित किया। मैं सोचता रहा, मतभेद तो हो सकता है, लेकिन मेरे भाइयों में अचानक इतनी कड़वाहट कहां से आ गई कि वो श्री राम का दर्शन भूल गए जो हर मां को अपनी मां मानते थे। शबरी के चरणों में ऐसे बैठे, जैसे कौशल्या के चरणों में बैठे हों। हो सकता है, 3 घंटे की फ़िल्म में मैंने 3 मिनट कुछ आपकी कल्पना से अलग लिख दिया हो, लेकिन आपने मेरे मस्तक पर सनातन-द्रोही लिखने में इतनी जल्दबाज़ी क्यों की, मैं जान नहीं पाया।”
मनोज ने किया डायलॉग बदलने का वादा
अपने ट्वीट के आखिर में मनोज ने फिल्म से डायलॉग्स बदलने का वादा करते हुए लिखा, ”मैंने फिल्म के मेकर्स और डायरेक्टर्स के साथ मिलकर तय किया है कि डायलॉग्स बदल दिए जाएं। वो कुछ संवाद जो आपको आहत कर रहे हैं, हम उनमें बदलवा करेंगे और इसी सप्ताह वो फ़िल्म में शामिल किए जाएंगे। श्री राम आप सब पर कृपा करें!” खैर, अब देखना यह होगा कि क्या ‘आदिपुरुष’ की टीम अपना वादा पूरा कर पाती है या नहीं।