मार्गशीर्ष मास को बहुत पवित्र माना जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक वर्ष में पड़ने वाले प्रत्येक मास का अपना अलग अलग महत्व है।
Aghan Ka Mahina 2022 : मार्गशीर्ष मास को बहुत पवित्र माना जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक वर्ष में पड़ने वाले प्रत्येक मास का अपना अलग अलग महत्व है। मार्गशीर्ष मास हिन्दू पंचांग का नौवां महीना है। इसे अग्रहायण या अगहन का महीना भी कहते हैं। इसे हिन्दू शास्त्रों में सर्वाधिक पवित्र महीना माना जाता है। ऐसा कहते हैं कि इसी महीने से सतयुग का आरम्भ हुआ है। जप, तप और ध्यान के लिए यह मास सर्वोत्तम माना जाता है। मार्गशीर्ष माह 09 नवंबर से शुरू हो गया है। भगवान श्री कृष्ण के प्रिय मार्गशीर्ष मास में ‘ॐ दामोदराय नमः’ मंत्र का दिन में 108 बार उच्चारण जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से कार्य में आ रही सभी बाधाएं समाप्त हो जाते हैं।
मार्गशीर्ष मास में विष्णु सहस्त्रनाम, भगवत गीता और गजेन्द्र मोक्ष का पाठ जरूर करें। इस माह में शंख में पवित्र नदी का जल भरें। फिर इसे पूजा स्थान पर रखें। शंख को भगवान के ऊपर से मंत्र जाप करते हुए घुमाएं। शंख में भरा जल घर की दीवारों पर छींटे इससे घर में शुद्धि बढ़ती है और शांति आती है।
इन बातों का रखें ध्यान?
इस महीने में तेल की मालिश बहुत उत्तम होती है। इस महीने से चिकनाई वाली चीज़ों का सेवन शुरू कर देना चाहिए। लेकिन इस महीने में जीरे का सेवन नहीं करना चाहिए। इस महीने से मोटे वस्त्रों का उपयोग भी शुरू कर देना चाहिए। इस महीने से संध्याकाल की उपासना अनिवार्य हो जाती है।