अजान विवाद महाराष्ट्र से सीधे वाराणसी पहुंच गया है। बनारस में कुछ लोगों ने अजान के वक्त लाउडस्पीकर से हनुमान चालीसा का पाठ शुरू किया। श्रीकाशी विश्वनाथ ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन की ओर से यह मुहिम शुरू की गई है।
काशी। अजान विवाद महाराष्ट्र से सीधे वाराणसी पहुंच गया है। बनारस में कुछ लोगों ने अजान के वक्त लाउडस्पीकर से हनुमान चालीसा का पाठ शुरू किया। श्रीकाशी विश्वनाथ ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन की ओर से यह मुहिम शुरू की गई है। संगठन के अध्यक्ष सुधीर सिंह ने अपने घर से इसकी शुरुआत की है और छत पर कई लाउडस्पीकर लगा दिए हैं। बनारस के साकेत नगर इलाके में रहने वाले सुधीर सिंह कुछ साथियों के साथ छत पर खड़े होकर लाउडस्पीकर से हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं।
मकसद के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सुबह लाउडस्पीकर पर अजान से लोगों की नींद में खलल पड़ती है और यह अहसास दिलाने के लिए यह किया जा रहा है। सुधीर सिंह ने कहा कि हम हिंदू-मुस्लिम एकता चाहते हैं, लेकिन अकेले हमने ही इसका ठेका नहीं लिया है। सुधीर सिंह ने कहा, ”पहले हम लोग सोकर उठते थे तो उस समय मानस मंदिर और अन्य मंदिरों पर वैदिक पाठ होते थे, हनुमान चालीसा का पाठ होता था। लेकिन इतना दबाव बनाया गया कि ये सब चीजें बंद हो गईं।
लाउडस्पीकर से अजान का महाराष्ट्र में शुरू हुआ विरोध अब उत्तर प्रदेश में भी पहुंच गया है। वाराणसी में हिंदूवादी संगठन की ओर से अजान के समय लाउडस्पीकर से हनुमान चालीसा का पाठ किया जा रहा है।#Varanasi pic.twitter.com/Bf7gPSEdyP
— Hindustan (@Live_Hindustan) April 14, 2022
यह सुप्रीम कोर्ट का आदेश था कि ध्वनि प्रदूषण नहीं होना चाहिए। हमने मंदिरों से भोंपू उतार दिए, इनके मस्जिदों पर भोंपू बढ़ते गए। आज स्थिति यह है कि सुबह साढ़े 4 बजे नींद खुल जाती है, अजान की आवाज से। हमने भी तय किया है कि जब वह लाउडस्पीकर पर अजान कर रहे हैं तो क्यों ना हम भी वैदिक मंत्रों और हनुमान चालीसा का पाठ करें। गौरतलब है कि पिछले दिनों महाराष्ट्र में मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर हाटने की चेतावनी दी है। लाउडस्पीकर से अजान के विरोध में वहां हनुमान चालीसा का पाठ किया जा रहा है।