HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. Ajit Kumar ‘Raju Yadav’ jeevan parichay: कई पार्टियों में आजमा चुके हैं किस्मत, विरासत में मिली थी राजनीति

Ajit Kumar ‘Raju Yadav’ jeevan parichay: कई पार्टियों में आजमा चुके हैं किस्मत, विरासत में मिली थी राजनीति

Ajit Kumar 'Raju Yadav' jeevan parichay: उत्तर प्रदेश की ​सियासी नब्ज को समझने वाले अजीत कुमार उर्फ राजू यादव संभल के गुन्नौर विधानसभा से विधायक हैं। समाजवादी पार्टी को छोड़कर 2016 में इन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थामा था। भाजपा (BJP) के टिकट पर 2017 में राजू यादव फिर से विधायक चुने गए। राजू यादव ने हर मुद्दे पर मुखर रहते हैं।

By शिव मौर्या 
Updated Date

Ajit Kumar ‘Raju Yadav’ jeevan parichay: उत्तर प्रदेश की ​सियासी नब्ज को समझने वाले अजीत कुमार उर्फ राजू यादव संभल के गुन्नौर विधानसभा से विधायक हैं। समाजवादी पार्टी को छोड़कर 2016 में इन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थामा था। भाजपा (BJP) के टिकट पर 2017 में राजू यादव फिर से विधायक चुने गए। राजू यादव ने हर मुद्दे पर मुखर रहते हैं। भाजपा में रहते हुए उन्होंने अपनी सरकार के खिलाफ ही कई बार मोर्चा खोल दिया था। उनके लिखे गए पत्र भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए थे।

पढ़ें :- केजरीवाल ने भाजपा का नाम लिए बगैर बोला हमला, महिला सम्मान और संजीवनी योजना से ये बौखलाए, आतिशी को कर सकते हैं गिरफ्तार

जीवन शैली…
अजीत कुमार उर्फ राजू यादव संभल के गुन्नौर से विधायक हैं। इनका जन्म बबराला में 10 जून, 1974 को हुआ था। 16 फरवरी, 2003 इनका विवाह विशेष यादव के साथ हुआ था। बचपन से ही इन्होंने पिता से राजनीति का ककहरा सिखा था, जिसके बाद ये इन्होंने प्रदेश की कई राजनीतिक पार्टियों में रहकर अपनी ताकत दिखाई। बताया जाता है कि गुन्नौर के साथ ही इनका पूरे संभल जिले में मजबूत पकड़ है।

राजनीतिक इतिहास…
अजीत कुमार उर्फ राजू यादव अपने पिता स्व0 जुगल किशोर से ही राजनीति सिखी। इनके पिता भी गुन्नौर विधानसभा से कई ​बार विधायक रह चुके हैं। लिहाजा, इन्हें विरासत में रानजीति मिली है। राजू यादव भी 1996 में बसपा के टिकट पर गुन्नौर विधानसभा से चुनावी मैदान में उतरे थे लेकिन द्वितीय स्थान पर रहे। वर्ष 2002 में जनता दल यूनाइटेड से विधायक बने। हालांकि, उसके अगले साल यानी साल 2003 में इन्होंने जदयू को छोड़कर सपा का दामन थाम लिया था। हालांकि, इन्होंने मुलायम सिंह यादव को इन्होंने 2004 में अपनी जीती हुई सीट चुनाव लड़ने के लिए दे दी। इसके बाद वो ​बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री भी बने। हालांकि 2007 में इन्होंने बसपा का दामन थाम ​और अपने भाई को टिकट दिलाया। फिर विधान सभा चुनाव वर्ष 2012 में कांग्रेस से चुनाव लड़े। वहीं वर्ष 2014 के लोक सभा चुनाव पूर्व फिर एक बार उन्होंने सपा का दामन थामा। तो उनको दर्जा राज्यमंत्री बना दिया। 2017 विधानसभा चुनाव से पहले इन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था।

ये है पूरा सफरनामा…
नाम — अजीत कुमार उर्फ राजू यादव
पिता — स्व0 जुगल किशोर
जन्म तिथि — 10 जून, 1974
जन्‍म स्थान — बबराला
जाति — पिछड़ी जाति (अहीर)
शिक्षा — इण्टरमीडिएट
विवाह तिथि — 16 फरवरी, 2003
पत्‍नी का नाम — विशेष यादव
सन्तान — दो पुत्र, एक पुत्री
व्‍यवसाय — कृषि, अन्य

राजनीतिक योगदान
फरवरी, 2002 — चौदहवीं विधान सभा के सदस्य प्रथम बार निर्वाचित
2004-2010 — सदस्य, विधान परिषद (मनोनित)
2002-2003 — सचेतक (जनता दल युनाइटेड)
2003 — राज्य मंत्री, उ0प्र0 सरकार (मुलायम सिंह यादव मंत्रिमण्डल)
मार्च, 2017 — सत्रहवीं विधान सभा के सदस्य दूसरी बार निर्वाचित

पढ़ें :- Dense Fog Effect: घने कोहरे के कारण 20 से ज्यादा ट्रेनें लेट, दिल्ली एयरपोर्ट ने यात्रियों के लिए जारी एडवाइजरी

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...