उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संसद की सदस्यता छोड़कर करहल से विधायक बने रहने का फैसला किया है। एक दिन पहले लोकसभा स्पीकर को इस्तीफा सौंपने वाले अखिलेश यादव ने बताया है कि क्यों उन्होंने करहल से विधायक बने रहने का फैसला किया है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संसद की सदस्यता छोड़कर करहल से विधायक बने रहने का फैसला किया है। एक दिन पहले लोकसभा स्पीकर को इस्तीफा सौंपने वाले अखिलेश यादव ने बताया है कि क्यों उन्होंने करहल से विधायक बने रहने का फैसला किया है। साथ ही आजमगढ़ से भी तरक्की के लिए काम करते रहने का भी वादा किया है।
अखिलेश यादव ने बुधवार को ट्वीट किया, ”विधानसभा में उत्तर प्रदेश के करोड़ों लोगों ने हमें नैतिक जीत दिलाकर ‘जन-आंदोलन का जनादेश’ दिया है। इसका मान रखने के लिए मैं करहल का प्रतिनिधित्व करूंगा और आजमगढ़ की तरक्की के लिए भी हमेशा वचनबद्ध रहूंगा। महंगाई, बेरोजगारी और सामाजिक अन्याय के खिलाफ संघर्ष के लिए ये त्याग जरूरी है।’ बता दें कि आजमगढ़ की सीट खाली होने के बाद उस पर होने वाले उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी अखिलेश यादव की पत्नी और कन्नौज की पूर्व सांसद डिंपल यादव को चुनाव लड़ा सकती है।