इसके बाद आम आदमी पार्टी और भाजपा में और जयादा रार बढ़ गयी। सीएम अरविंद केजरीवाल ने इसको लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। वहीं, अब विपक्षी दलों का भी साथ केजरीवाल को मिलने लगा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस अध्यादेश को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।
लखनऊ। दिल्ली का सियासी पारा बढ़ता जा रहा है। आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) और भाजपा (BJP) के नेता एक दूसरे पर हमलावर हैं। दरअसल, पिछले हफ्ते ही सुप्रीम कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण फैसले में दिल्ली सरकार को अधिकारियों के तबादले और पोस्टिंग का अधिकार दिल्ली की केजरीवाल सरकार (Kejriwal government) को दे दिया था। इसके बाद केंद्र सरकार (Central government) दिल्ली में अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए अध्यादेश लेकर आई।
इसके बाद आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) और भाजपा (BJP) में और जयादा रार बढ़ गयी। सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने इसको लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। वहीं, अब विपक्षी दलों का भी साथ केजरीवाल को मिलने लगा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भी इस अध्यादेश को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।
दिल्ली का अध्यादेश न्यायपालिका का अपमान है। ये भाजपा की नकारात्मक राजनीति का परिणाम है और लोकतांत्रिक-अन्याय का भी।
भाजपा जानती है कि लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सीटों पर उसकी करारी हार होगी, इसीलिए जनता से पहले से ही बदला ले रही है। अध्यादेश के नाम पर ये जनादेश की हत्या है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 21, 2023
पढ़ें :- भाजपा को चिढ़ है कि कोई आदिवासी समाज का व्यक्ति अपना कार्यकाल पूरा कैसे कर रहा, इसलिए समय से पूर्व झारखण्ड में करवा दिया चुनाव: हेमंत सोरेन
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ट्वीट कर लिखा है कि, ‘दिल्ली का अध्यादेश न्यायपालिका का अपमान है। ये भाजपा की नकारात्मक राजनीति का परिणाम है और लोकतांत्रिक-अन्याय का भी। भाजपा जानती है कि लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सीटों पर उसकी करारी हार होगी, इसीलिए जनता से पहले से ही बदला ले रही है। अध्यादेश के नाम पर ये जनादेश की हत्या है’।