Lucknow: डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय नवाचार और उद्यमिता को गति दे रहा है। खासकर उद्यमिता के क्षेत्र में महिलाओं को आगे बढ़ाया जा रहा है। विश्वविद्यालय के इनोवेशन हब में पंजीकृत 40 स्टार्टअप में पांच महिला स्टार्टअप भी हैं। जो विभिन्न क्षेत्रों में अपने स्टार्टअप को आगे बढ़ा रही हैं।
Lucknow: डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय नवाचार और उद्यमिता को गति दे रहा है। खासकर उद्यमिता के क्षेत्र में महिलाओं को आगे बढ़ाया जा रहा है। विश्वविद्यालय के इनोवेशन हब में पंजीकृत 40 स्टार्टअप में पांच महिला स्टार्टअप भी हैं। जो विभिन्न क्षेत्रों में अपने स्टार्टअप को आगे बढ़ा रही हैं।
5 महिला स्टार्टअप हैं रजिस्टर्ड
एकेटीयू के इनोवेशन हब में पांच महिला स्टार्टअप पंजीकृत हैं। जिसमें दो महिलाएं स्टार्टअप की फाउंडर हैं जबकि तीन कोफाउंडर हैं। इन महिलाओं ने कुछ अलग करने के जज्बे के साथ स्टार्टअप की शुरूआत की है। इनमें एक ने रोबोटिक्स तो दूसरे ने सर्विस पर स्टार्टअप को शुरू किया है। इनका कहना है कि नौकरी तो हर कोई करना चाहता है मगर सही मायने में स्टार्टअप से ही भविष्य संवरेगा और देश की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी। आपको बता दें महिला स्टार्टअप को सरकार की ओर से 50 प्रतिशत अधिक वित्तीय सहायता दी जाती है। जिससे कि महिलाएं स्टार्टअप के लिए आगे आयें।
इनोवेशन हब कर रहा सहयोग
एकेटीयू का इनोवेशन हब न केवल अपने यहां के पंजीकृत स्टार्टअप को आगे बढ़ा रहा है बल्कि 14 राजकीय इन्क्युबेशन सेंटर के करीब 200 स्टार्टअप की भी मदद कर रहा है। यहां पंजीकृत स्टार्टअप को न केवल आर्थिक मदद की जाती है बल्कि जगह मुहैया कराने के साथ ही विशेषज्ञों का मार्गदर्शन भी दिया जाता है। जिससे कि स्टार्टअप सफल हो सकें। माननीय कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय के निर्देशन में हाल ही में इनोवेशन हब की ओर से इन्वेंस्टर समिट में स्टार्टअप की प्रदर्शनी लगायी गयी थी। जिसमें स्टार्टअप को काफी सराहना मिली। इनोवेशन हब के हेड महीप सिंह का कहना है कि महिला उद्यमियों के लिए समय-समय पर सफल महिला उद्यमियों का सत्र आयोजित किया जाता है। जिसमें वो अपने अनुभव को साझा करती हैं।