चांद की खूबसूरती के लिए कवियों, शयरों ने न जाने कितनी रचनाएं रची है। सदियों से ही चांद की खूबसूरती को निहारने के लिए प्रेमी युगल बेताब रहते है।
नई दिल्ली: चांद की खूबसूरती के लिए कवियों, शयरों ने न जाने कितनी रचनाएं रची है। सदियों से ही चांद की खूबसूरती को निहारने के लिए प्रेमी युगल बेताब रहते है। आज पूर्णिमा है। आज के दिन आका में दिखाई देने वाले चांद के लिए लोग कई दिनों से इंतजार करतेे है। आज रात स्ट्रॉबेरी मून दिखाई पड़ेगा।आज दिखने वाले चांद का रंग स्ट्रॉबेरी की तरह ही होगा जिसे स्ट्रॉबेरी मून कहा गया है। बता दें कि चंद्रमा अपनी कक्षा में पृथ्वी से निकटता के कारण अपने सामान्य आकार से बड़ा दिखाई देगा।अभी कुछ ही दिन बीते है जब ब्लड मून और सुपरमून का लोग दीदार कर चुके हैं।
वैज्ञानिकों के मुताबिक 24 जून को चांद अपनी कक्षा में चक्कर लगाते समय धरती के नजदीक आएगा। उस दौरान यह मौजूदा आकार से थोड़ा बड़ा दिखेगा। इस खगोलीय घटना को ये नाम प्राचीन अमेरिकी जनजातियों से मिला है। उत्तरी अमेरिका के एल्गोनक्विन आदिवासियों ने इस दिन के चंद्रमा का नाम स्ट्रॉबेरी मून इसलिय रखा था क्योंकि इसी समय उत्तरी अमेरिका में स्ट्रॉबेरी फल को काटने का समय होता है।
यूरोप में आज के दिन दिखने वाले चंद्रमा को रोज मून कहा जाता है। यह मून गुलाब की कटाई का प्रतीक है। उत्तरी गोलार्ध में इसे हॉट मून भी कहा जाता है। क्योंकि आज ही के दिन से भूमध्य रेखा के उत्तर में गर्मी के मौसम की शुरुआत करता है।
बता दें कि इस साल कई खगोलीय घटना देखने को मिल रही हैं। इससे पहले बीते दिनों सुपर मून, ब्लड मून, चंद्र ग्रहण और फिर रिंग ऑफ फायर यानी सूर्य ग्रहण दिखाई दे चुका है।