यूक्रेन और रूस (Ukraine and Russia) के बीच चाल रहे युद्ध (War) के बीच अमेरिका (US) के एक फैसले ने चारो तरफ घमासान मचाया है। अमेरिका ने युद्ध में यूक्रेन (Ukraine) की मदद करते हुए एक ऐसा हथियार सौंपा जिस पर करीब 120 देश बैन लगा चुके हैं।
नई दिल्ली। यूक्रेन और रूस (Ukraine and Russia) के बीच चाल रहे युद्ध (War) के बीच अमेरिका (US) के एक फैसले ने चारो तरफ घमासान मचाया है। अमेरिका ने युद्ध में यूक्रेन (Ukraine) की मदद करते हुए एक ऐसा हथियार सौंपा जिस पर करीब 120 देश बैन लगा चुके हैं। दरअसल, यूक्रेन को क्लस्टर बमों (Cluster bombs) की सप्लाई करने फैसला किया है। इस मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) ने सफाई देते हुए कहा कि यह बेहद मुश्किल फैसला था, लेकिन यूक्रेन (Ukraine) के पास लगातार हथियारों (weapons) की कमी को देखते हुए फैसला लेना पड़ा है। इससे पहले उन्होंने सहयागी देशों से भी बात की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका (US) यूक्रेन (Ukraine) को जो क्लस्टर युद्ध सामग्री (Cluster Munitions) भेजेगा, उसे 155 मिमी हॉवित्जर तोपों (Howitzer Guns) से दागा जाएगा और प्रत्येक क्लस्टर (Cluster) में छोटे 88 बम होंगे। प्रत्येक छोटे बम की घातक सीमा करीब 10 वर्ग मीटर है। इस तरह एक एकल क्लस्टर 30 हजार वर्ग मीटर तक के क्षेत्र को कवर कर सकता है। यह बम लंबे समय तक लैंडमाइंस (Landmines) की तरह बिना विस्फोट के पड़े रह सकते हैं। जब कोई इनके संपर्क में आएगा तो इनमें विस्फोट (explosion) हो सकता है।
रूस ने की फैसले की आलोचना
यूक्रेन के नेताओं (Leaders of Ukraine) ने अमेरिकी राष्ट्रपति (US President) इस बड़े कदम सराहना की है। यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लोदिमिर जेलेंस्की (Ukrainian President Volodymyr Zelensky) ने इसको बहुप्रतीक्षित बताते हुए सही समय पर सैन्य सहायता मुहैया कराने के लिए अमेरिका (US) को धन्यवाद दिया है। वहीं, रूस (Russia) ने अमेरिका (US) के इस फैसले की आलोचना की है। वाशिंगटन में रूसी राजदूत अनातोली एंटोनोव (Russian Ambassador Anatoly Antonov) ने कहा कि अब अमेरिका की वजह से कई वर्षों निर्दोष लोगों के विस्फोटकों का शिकार बनने का खतरा बना रहेगा।
खारकीव में क्लस्टर युद्ध सामग्री (Cluster Munitions) के व्यापक उपयोग के साक्ष्य रहे मानवाधिकार समूहों (Human Rights Groups) ने अमेरिका के इस फैसले की आलोचना की। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय (United Nations Human Rights Office) की ओर से मार्टा हर्टाडो ने भी अमेरिका कहा कि इस तरह के हथियारों का इस्तेमाल तुरंत बंद होना चाहिए और किसी भी स्थान पर इसका इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। बता दें कि क्लस्टर बम (Cluster bombs) का इस्तेमाल प्रतिबंधित करने के लिए एक संधि पर 120 देशों ने हस्ताक्षर किए हैं। लेकिन अमेरिका, रूस और यूक्रेन ने इस पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।