Apple ने एक Android ऐप लॉन्च किया है जो Android यूजर्स की प्राइवेसी को बढ़ाने में मदद करेगा। ट्रैकर डिटेक्ट ऐप के रूप में आया किया गया, इसे ऐप्पल ने Google Play Store पर जारी किया गया था। नए ऐप का उद्देश्य एंड्रॉयड यूजर्स को unexpected एयरटैग और अन्य फाइंड माई नेटवर्क से लैस सेंसर की पहचान करने में मदद करना है जो आस-पास हो सकते हैं।
नई दिल्ली। Apple ने एक Android ऐप लॉन्च किया है जो Android यूजर्स की प्राइवेसी को बढ़ाने में मदद करेगा। ट्रैकर डिटेक्ट ऐप के रूप में आया किया गया, इसे ऐप्पल ने Google Play Store पर जारी किया गया था। नए ऐप का उद्देश्य एंड्रॉयड यूजर्स को unexpected एयरटैग और अन्य फाइंड माई नेटवर्क से लैस सेंसर की पहचान करने में मदद करना है जो आस-पास हो सकते हैं। Apple AirTags इस साल की शुरुआत में लॉन्च किए गए छोटे ट्रैकिंग डिवाइस हैं।
ट्रैकर को चाबियों और पर्स जैसी चीजों से जोड़ा जा सकता है ताकि वे खो जाने पर उनका पता लगा सकें। ट्रैकर डिटेक्ट को जोड़ना Android यूजर्स को सुरक्षा देगा। एयरटैग इंडस्ट्री में सबसे अच्छी प्राइवेसी और सिक्योरिटी फीचर्स मुहिया करता है। अगर आपको लगता है कि कोई आपके लोकेशन को ट्रैक करने के लिए एयरटैग या किसी अन्य डिवाइस का उपयोग कर रहा है, तो आप ऐसे व्यक्ति को खोजने का प्रयास कर सकते हैं।
एप्पल ने बताया कि इस एंड्रॉयड ऐप से यूज़र्स को आसपास के एयरटैग्स को स्कैन करने में मदद मिलेगी, साथ ही यूज़र्स 10 मिनट का साउंड प्ले करते ट्रैकर को लोकेट भी कर सकेंगे। ऐप्पल का कहना है कि ऐप में दिखाई देने से पहले ट्रैकर को उसके मालिक से अलग होने में 15 मिनट तक का समय लग सकता है। फिर ट्रैकर को ऐप में “Unknown एयरटैग” के रूप में दिखाया जाएगा। ऐपल ने कहा कि ऐप एंड्रॉयड यूज़र्स को आइटम ट्रैकर्स के लिए सक्रिय रूप से स्कैन करने में सक्षम बनाता है जो अब उनके मालिक के पास नहीं हैं। अगर ऐसा ट्रैकर 10 मिनट से ज़्यादा समय से यूज़र के साथ घूम रहा है, तो ऐप साउंड बजाकर उसका पता लगाने में मदद करेगा और इसे डिसेबल करने के लिए तरीका बताने में मदद करेगा।