HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. सेना ने अखबार पर किया सर्जिकल स्ट्राइक, प्रकाशित खबर को इंडियन आर्मी ने बताया झूठा

सेना ने अखबार पर किया सर्जिकल स्ट्राइक, प्रकाशित खबर को इंडियन आर्मी ने बताया झूठा

सेना ने एक हिंदी अखबार के तरफ से पाकिस्तान पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक शीर्षक से प्रकाशित खबर का बयान जारी कर खंडन किया है। डिफेंस पीआरओ, जम्मू ने आज एक बयान जारी कर कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर एक न्यूज प्रकाशित की गई है, मैं आपको बताना चाहता हूं कि ऐसा कोई भी ऑपरेशन राजौरी-पुंछ में नहीं किया गया है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। सेना ने एक हिंदी अखबार के तरफ से “भारत ने ​पाकिस्तान पर फिर किया सर्जिकल” (Surgical Strike)   शीर्षक से प्रकाशित खबर का बयान जारी कर खंडन किया है। डिफेंस पीआरओ, जम्मू ने आज एक बयान जारी कर कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर एक न्यूज प्रकाशित की गई है, मैं आपको बताना चाहता हूं कि ऐसा कोई भी ऑपरेशन राजौरी-पुंछ में नहीं किया गया है। कल घुसपैठ की कोशिश नाकाम की गई थी।’ दरअसल एक हिंदी अखबार ने राजौरी डेटलाइन से खबर प्रकाशित की है कि हमारे जवानों ने राजौर और पुंछ जिलों के बीच नियंत्रण रेखा के पार जाकर पीओके के कोटली नकयाल में सक्रिय आतंकियों के चार लॉन्चिंग पैड को तबाह कर दिया है।

पढ़ें :- Champions Trophy 2025 : भारत की आपत्ति के बाद ICC ने पाकिस्तान को दिया बड़ा झटका, कहा- PoK नहीं जाएगी चैम्पियंस ट्रॉफी

अखबार की खबर में दावा किया गया था कि भारतीय सैनिक पीओके (POK)  में करीब ढाई किमी घुस गए और इस सर्जिकल स्ट्राइक में 7 से 8 आतंकियों के मारे जाने की सूचना है। इनमें पाकिस्तानी सेना के बैट टीम के मेंबर भी हो सकते हैं। बताया गया कि भारतीय एजेंसियों को सूचना मिली थी एलओसी के उस पार इन लॉन्चिंग पैड्स में किसी बड़े हमले की योजना तैयार की जा रही है।

सूत्रों के हवाले से अखबार ने दावा किया था कि 12 से 15 कमांडो ने मिशन को अंजाम दिया। कहा गया कि स्पेशल फोर्स के इन कमांडो ने पैदल ही राजौरी के तरकुंडी सेक्टर और पुंछ के भिंभर गली के बीच एलओसी (LOC) पार की। रात को पूरी सतर्कता से मिशन को अंजाम दिया गया और आतंकियों को भागने का कोई मौका नहीं मिला। हालांकि अब सेना ने इससे इनकार किया है।

बालाकोट में घुसपैठ हुआ था नाकाम

दरअसल, 21 अगस्त को आतंकियों ने बालाकोट में घुसपैठ की कोशिश की थी। आतंकियों की इस घुसपैठ की कोशिश के बाद भारतीय सेना ने घुसपैठियों पर फायरिंग की थी। सेना की फायरिंग के बाद कुछ आतंकी भाग गए थे लेकिन इनमें से दो आतंकवादी ढेर हो गए थे। सेना और पुलिस के सर्च ऑपरेशन में मारे गए आतंकियों के पास से दो मैगजीन, दो हैंड ग्रेनेड और एक AK- 47 रायफल बरामद किया गया था।

पढ़ें :- मोहन भागवत ने दुनिया को दिया साफ संदेश, बोले- हम हमले करते नहीं और न ही हम अपने ऊपर किसी हमले को बर्दाश्त करते हैं

भारतीय सेना ने बताई पूरी सच्चाई

भारतीय सेना ने बत्या कि 21 अगस्त की सुबह, सतर्क सैनिकों ने दो आतंकवादियों को बालाकोट सेक्टर के हमीरपुर क्षेत्र में खराब मौसम, घने कोहरे, घने पत्तों और ऊबड़-खाबड़ जमीन का उपयोग करके नियंत्रण रेखा पार करने का प्रयास करते हुए देखा। जैसे ही आतंकवादी घात स्थलों के पास पहुंचे, उन्हें चुनौती दी गई और फिर उन पर प्रभावी ढंग से गोलीबारी की गई। खराब मौसम और जमीनी परिस्थितियों का फायदा उठाकर आतंकवादियों को घात स्थल से भागने के लिए मजबूर कर दिया।

हालांकि प्रभावी गोलीबारी के परिणामस्वरूप एक आतंकवादी नियंत्रण रेखा के पास जमीन पर गिर गया। फिर अतिरिक्त सैनिकों को क्षेत्र में भेजा गया और मौसम की स्थिति और दृश्यता में सुधार के बाद दोपहर में तलाशी अभियान शुरू हुआ। इलाके की तलाशी में एक एके 47 राइफल, दो मैगजीन, 30 राउंड, दो ग्रेनेड और पाक मूल की दवाएं बरामद हुईं।

खोज के दौरान एलओसी की ओर जाने वाले रक्त के निशानों का भी पता लगाया गया। खुफिया जानकारी के अनुसार घुसपैठ का प्रयास करने वाले दो आतंकवादी अपने ही सैनिकों की गोलीबारी के कारण घायल हो गए, लेकिन फिर भी नियंत्रण रेखा के पार लौटने में कामयाब रहे और बाद में उन्होंने दम तोड़ दिया। घुसपैठ की किसी भी कोशिश को नाकाम करने के लिए हमारी सेना लगातार अलर्ट पर है और निगरानी बनाए हुए है।

पढ़ें :- शहाबुद्दीन रजवी ने पाकिस्तानी सरकार को सुनाई खरी-खोटी, पीओके भारत का अभिन्न अंग
इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...