मासिक शिवरात्रि के दिन व्रत रखकर भगवान भोलेनाथ की पूजा का विधान है। इस दिन शिव भक्त अपने आराध्य का पूरे भक्ति भाव से दर्शन पूजन करते है।
Ashadha Masik Shivratri 2023 : मासिक शिवरात्रि के दिन व्रत रखकर भगवान भोलेनाथ की पूजा का विधान है। इस दिन शिव भक्त अपने आराध्य का पूरे भक्ति भाव से दर्शन पूजन करते है। मान्यता है कि शिव अपने भक्तों की मनोकामना पूर्ण करते है। इस बार मासिक शिवरात्रि के दिन भद्रा का भी साया है।
आषाढ़ मासिक शिवरात्रि 2023 तिथि
पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ 16 जून दिन शुक्रवार को सुबह 08 बजकर 39 मिनट से हो रहा है और यह तिथि अगले दिन 17 जून शनिवार को सुबह 09 बजकर 11 मिनट तक मान्य है। मासिक शिवरात्रि के लिए निशिता पूजा का मुहूर्त महत्वपूर्ण होता है, इसलिए मासिक शिवरात्रि 16 जून शुक्रवार को है।
आषाढ़ मासिक शिवरात्रि पूजा विधि
इस दिन सुबह भगवान शिव को बेलपत्र, भांग, मदार का फूल, धतूरा, गंगाजल, दूध, शहद, अक्षत, फल, मिठाई आदि चढ़ाएं. उसके बाद शिव मंत्रों का जाप करें और व्रत कथा सुनें। शिव जी की आरती के साथ पूजा का समापन करें। इससे व्यक्ति के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और मनोकामना भी पूरी हो जाती है।