कांग्रेस (Congress) के शीर्ष नेतृत्व ने शनिवार को राजस्थान और मिजोरम के हालिया विधानसभा चुनावों में पार्टी को मिली हार की समीक्षा के लिए अलग-अलग बैठकें की। बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Congress President Mallikarjun Kharge) ने दिल्ली में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी मुख्यालय (All India Congress Committee Headquarters in Delhi) में समीक्षा बैठक बुलाई थी।
नई दिल्ली। कांग्रेस (Congress) के शीर्ष नेतृत्व ने शनिवार को राजस्थान और मिजोरम के हालिया विधानसभा चुनावों में पार्टी को मिली हार की समीक्षा के लिए अलग-अलग बैठकें की। बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Congress President Mallikarjun Kharge) ने दिल्ली में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी मुख्यालय (All India Congress Committee Headquarters in Delhi) में समीक्षा बैठक बुलाई थी। राजस्थान कार्यवाहक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Rajasthan Pradesh Congress Committee) के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं राजस्थान के लिए हुई समीक्षा बैठक में भाग लिया। इस बैठक में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।
इस बैठक से पहले, कांग्रेस नेता और राजस्थान के कार्यवाहक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने शनिवार को तीन राज्यों – मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के लिए मुख्यमंत्री चेहरों की घोषणा में बीजेपी की देरी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि इस पार्टी में कोई अनुशासन नहीं है। अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि इस पार्टी में कोई अनुशासन नहीं है। अगर हमने भी ऐसा किया होता, तो मुझे नहीं पता कि उन्होंने हमारे खिलाफ क्या आरोप लगाए होते और लोगों को गुमराह किया होता? उन्होंने चुनावों का ध्रुवीकरण किया। हम नई सरकार के साथ सहयोग करेंगे।
कांग्रेस ने सीएम नहीं चुना होता तो खूब शोर मचाते
अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) हाल ही में राजस्थान में हुए विधानसभा चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन की समीक्षा के लिए एक बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली में हैं। इस दौरान उन्होंने राजस्थान बीजेपी के मुख्यमंत्री चेहरे की घोषणा में हो रही देरी पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि अगर इतने समय तक कांग्रेस ने सीएम नहीं चुना होता तो वे (BJP) खूब शोर मचाते। इसके आगे उन्होंने कहा कि गोगामेड़ी मामले में, मुझे एनआईए (NIA) जांच पर ‘कोई आपत्ति नहीं’ बताते हुए एक दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करना पड़ा। यह नए मुख्यमंत्री द्वारा किया जाना चाहिए था। अब सात दिनों से, वे (BJP) एक मुख्यमंत्री का चयन नहीं कर पाए हैं। मैं चाहता हूं कि वे जल्द फैसला लें।
राज्य में ध्रुवीकरण कर चुनाव जीतने का लगाया आरोप
अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने भाजपा (BJP) पर धार्मिक मुद्दे उठाकर और लोगों का ध्रुवीकरण कर राज्य में विधानसभा चुनाव जीतने का आरोप लगाया।