आजकल की दौड़ भाग भरी जिंदगी में जल्द काम निपटने का दबाव लोगों को बीमार करता जा रहा है। काम समय पर पूरा न हो पाने की वजह से क्रोध का उपजना स्वाभाविक हो जाता है।
Astro Tips : आजकल की दौड़ भाग भरी जिंदगी में जल्द काम निपटने का दबाव लोगों को बीमार करता जा रहा है। काम समय पर पूरा न हो पाने की वजह से क्रोध का उपजना स्वाभाविक हो जाता है। छोटी छोटी बातों पर क्रोध करते करते क्रोध करना स्वभाव बन जाता है। किसी विचारक ने कहा है कि क्रोध क्षणभर का पागलपन है। क्रोध करने पर व्यक्ति अपना नुकसान करता है। क्रोध के कारण व्यक्ति बीमार हो जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल, सूर्य, शनि, राहु, और चंद्रमा ग्रह गुस्से का सबसे बड़ा कारण है। ज्योतिष के अनुसार, जिन लोगों का मंगल कमजोर होता है उन्हें भी जरूरत से ज्यादा गुस्सा आता है। ज्योतिष शास्त्र में इसके कुछ उपाय बताए गए हैं। आइये जानते है क्रोध कम करने के उपाय।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों को गुस्सा आता है उन्हें सुबह उठने के बाद धरती मां को प्रणाम करना चाहिए। प्रणाम करने के दाहिना पैर जमीन पर रखना चाहिए।
जब व्यक्ति को अपने गुस्से पर काबू रखने में मुश्किल आती है उनकी मदद चंदन की खुशबू कर सकती है। इसलिए उन्हें अपने आसपास चंदन का प्रयोग ज्यादा करना चाहिए। इससे मन शांत रहता और इसके साथ राहु दोष भी दूर हो जाता है।
जातक की कुंडली में सूर्य और चंद्रमा, मंगल ग्रह एक दूसरे के साथ किसी रूप से संबंध बनाते हैं तो व्यक्ति जरूरत से ज्यादा गुस्सा करता है। ज्योतिष में यह भी बताया गया है जिन लोगों का मंगल कमजोर होता है उन्हें भी जरूरत से ज्यादा गुस्सा आता है।
सुबह उठने के बाद धरती मां को प्रणाम करने से उपजना बंद हो जाता है।