नई दिल्ली: कहते है कि जीवन और मृत्यु इस संसार का वो सच है जिसे कोई नहीं टाल सकता. जी हां जो व्यक्ति इस दुनिया में आता है उसे एक न एक दिन इस दुनिया से जाना ही पड़ता है. हालांकि ये बात अलग है कि कुछ लोग मृत्यु के
नई दिल्ली: कहते है कि जीवन और मृत्यु इस संसार का वो सच है जिसे कोई नहीं टाल सकता. जी हां जो व्यक्ति इस दुनिया में आता है उसे एक न एक दिन इस दुनिया से जाना ही पड़ता है. हालांकि ये बात अलग है कि कुछ लोग मृत्यु के
नई दिल्ली: विवाह को लेकर अपने मन में लड़की हो या लड़का कोई न कोई ख्वाब सजा के रखता हैं। विवाह को लेकिन व अपने होने वाले जीवनसाथी के बारे में हर कोई सोचता है। लेकिन कई लोगो की किस्मत उनका साथ देती है व उनको उनको उनका मनपसंद साथी
नई दिल्ली: पत्नी अगर सौभाग्यशाली होती है तो पति का जीवन खुद से ही सरल और खुशहाल बन जाता है। वहीँ दूसरी तरफ अगर पत्नी जो घर की लक्ष्मी होती है वह अगर अच्छे गुणों वाली या अच्छी आदतों वाली नहीं होती है तो घर के साथ-साथ पति का जीना
नई दिल्ली: हमारे हाथ की रेखाएं हमारे भविष्य का निर्धारण करती है। यह रेखाएं हमारी निजी जिंदगी के बारे में भी बताती है। यह आपके विवाह की स्थिति को दर्शाता है। व्यक्ति के हाथों में विवाह रेखा आड़ी तथा संतान रेखा खड़ी होती है। बहुत से व्यक्ति ऐसे होते है
नई दिल्ली: पर्स में हम पैसों के अलावा कोई न कोई चीज जरूर रखते हैं जो हमारे जरूरत की है। हमे कहीं भी किसी भी चीज की जरूरत कभी भी पड़ सकती है इसलिए अक्सर हैं लवने पर्स में वो सारे सामान रख देते हैं जिसका हमे लगता है कि
नई दिल्ली: हम एक ऐसे पौधे के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे लगाने के बाद पैसा खुद पर खुद आपके घर चल कर आएगा। इसे घर में लगाने के बाद से आपके तरक्की के सारे रास्ते खुल जाते हैं और घर में पैसे की आवक तेज हो जाती
नई दिल्ली: अगर हम इतिहास के पन्नों को पलट कर देखे तो उसमें आपको आचार्य चाणक्य का नाम जरूर पढ़ने को मिलेगा। जी हां आचार्य चाणक्य जो न केवल पूर्ण रूप से ज्ञानी थे, बल्कि एक अच्छे सलाहकार और नीतिकार भी थे। यहाँ तक कि उनके द्वारा लिखी गई नीतियां
नई दिल्ली: मकर संक्रांति 14 जनवरी को है। इस दिन श्रवण नक्षत्र में सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने से ध्वज योग बन रहा है। यह खास संयोग कई राशियों के लिए शुभ परिणाम लेकर आएगा। इस साल 14 जनवरी को मकर राशि में सुबह 8 बजकर 15 मिनट
नई दिल्ली: हमारे सभ्य समाज से दूर एक ऐसा भी समाज है जिन्हे हम किन्नर कहते है। हमारे सामाजिक दायरे से दूर इन्हे हमारे समाज वाले काफी गंदी नजरों से देखते है। कोई इन्हें अपने आसपास पसन्द नही करता. समाज से बहुत दूर कहीं जाकर ये अपनी एक अलगी ही
नई दिल्ली: हम सभी मनुष्य पूरी तरह से कुदरत के नियमों के अधीन हैं. भगवान ने इस सृष्टि का निर्माण करके दिन और रात बनाए है. इनमे से दिन में मनुष्य काम करता है और भागादौड़ी करके अपने परिवार का पेट पालता है तो वहीँ रात को वह आराम करता