काजल सुंदरता का प्रतीक है। सजने संवरने में काजल और सुरमा का उपयोग महिलाएं और युवतियां करती है। वहीं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार,काजल और सुरमे का संबंध शनि, राहु और केतु से माना जाता है।
Astro Tips : काजल सुंदरता का प्रतीक है। सजने संवरने में काजल और सुरमा का उपयोग महिलाएं और युवतियां करती है। वहीं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार,काजल और सुरमे का संबंध शनि, राहु और केतु से माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में इन ग्रहों से संबंधित दोषों को दूर करने के लिए काजल सुरमें का उपाय किया जाता है। वहीं, इनके जरिए कई अन्य तरह के संकट भी टल जाते हैं।
राहु और केतु के दोष भी समाप्त हो जाएंगे
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करने के साथ सफेद रंग का सुरमा आंखों में लगाएं। जातक की कुंडली में मंगल की बुरी दशा चल रही है, वह ठीक हो जाएगी। वहीं, शनि, राहु और केतु के दोष भी समाप्त हो जाएंगे।
कुंडली में मंगल की खराब
मंगल और शनिवार के दिन सुरमा आंखों पर जरूर लगाना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में मंगल की खराब दशा ठीक होती है।
साढ़ेसाती
सुरमे का उपयोग शनि के साढ़ेसाती से बचने के लिए भी किए जा सकते हैं। जिस जातक पर साढ़ेसाती चल रही हो उसे शनिवार के दिन एक शीशी में काले रंग का सुरमा लेकर सिर से पैर तक 9 बार उतार करें। इसके बाद शीशी को अज्ञात स्थान पर जमीन में गाड़ दें। ऐसा करने से शनि की साढ़ेसाती का असर कम हो जाता है।