यूपी एटीएस बीते दो दिनों से पाकिस्तान से अवैध रूप से भारत आई सीमा हैदर गुलाम, प्रेमी सचिन मीणा और नेत्रपाल से पूछताछ कर रही है। एटीएस के 1-1 एसपी व डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी ने सोमवार व मंगलवार को सीमा हैदर (Seema Haider)से एक ही तरह के कई प्रश्न पूछे (UP ATS interrogated Pakistani Seema Haider)। इनके जवाब पाकिस्तानी सीमा हैदर गुलाम ने रट्टू तोता की तरह बिना झिझक के एटीएस को दिए।
लखनऊ। यूपी एटीएस बीते दो दिनों से पाकिस्तान से अवैध रूप से भारत आई सीमा हैदर गुलाम, प्रेमी सचिन मीणा और नेत्रपाल से पूछताछ कर रही है। एटीएस के 1-1 एसपी व डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी ने सोमवार व मंगलवार को सीमा हैदर (Seema Haider)से एक ही तरह के कई प्रश्न पूछे (UP ATS interrogated Pakistani Seema Haider)। इनके जवाब पाकिस्तानी सीमा हैदर गुलाम ने रट्टू तोता की तरह बिना झिझक के एटीएस को दिए।
हालांकि सचिन पूछताछ के दौरान बार-बार सीमा को बेकसूर ही बताता रहा है। इसके अलावा उसने वही कहानी बताई, जो बीते दस दिनों से मीडिया के सामने बता रहे थे। आइए जानते है कि इन दो दिनों में नोएडा के सेक्टर 58 स्थित कार्यालय में सीमा, उसके दो बच्चों, सचिन और नेत्रपाल से पुलिस ने क्या प्रश्न पूछे और उनका क्या जवाब सीमा हैदर ने दिया।
सूत्रों के मुताबिक, यूपी एटीएस के एसपी रैंक के अधिकारी ने सोमवार को पाकिस्तान के कराची की रहने वाली सीमा हैदर को सचिन, उसके दो बच्चों और नेत्रपाल से अलग दूसरे कमरे में ले गए , जहां उनके साथ नोएडा पुलिस की एक महिला पुलिसकर्मी भी मौजूद थी। एटीएस अधिकारी ने सीमा के सामने सबसे पहले उसके दो पासपोर्ट सामने रखे और पूछा-
इन पासपोर्ट इसमें असली कौन सा है?
सीमा हैदर बोली मैं पिछले दस दिनों से बता रही हूं कि पहले पासपोर्ट में सिर्फ सीमा लिखा था, जिसके चलते दिक्कत आ रही थी। इसलिए दूसरा पासपोर्ट सीमा गुलाम हैदर के नाम से बनवाया था। मंगलवार को भी सीमा हैदर ने एटीएस के सामने यही जवाब दिया।
क्या तुम्हारे भाई और चाचा जो पाकिस्तान आर्मी में है। उन्होंने तुम्हे यहां भेजा है या फिर आईएसआई ने भारत में जाने के लिए कहा है?
सीमा हैदर ने बताया कि मैं अपने भाई और चाचा से सालों से नहीं मिली हूं और ये आईएसआई क्या होता है। ये मुझे पिछले कुछ दिनों में भारत आने पर पता चला जब टीवी चैनल में मुझे आईएसआई का एजेंट बताया गया। मैं सिर्फ सचिन के लिए ही नेपाल के रास्ते भारत आई हूं।
ऐसे कैसे हो सकता है कि तुम कराची में रहती थी और आईएसआई का नाम नहीं सुना है। वो भी तब जब तुम्हारे घर वाले पाकिस्तानी फौज में है और खुद स्मार्टफोन चलाती हो, पब जी जैसे गेम खेलती हो. तब आईएसआई के बारे में कैसे नहीं जानती हो।
सीमा हैदर ने बताया कि आधी लाइफ बच्चे पैदा करने और पालने में बीत गई और पिछले पांच वर्ष से मैं सिर्फ समय काटने के लिए पबजी गेम खेलती थी। ऐसे में आईएसआई जैसे वर्ड सुनने का टाइम ही नही मिला।
अरे वर्ड सुनने का टाइम नही मिला, इंग्लिश तो बहुत अच्छी है। कहां और कब सीखी बल्कि तुम तो सिर्फ पांचवी तक पढ़ी हो।
सीमा हैदर ने बताया कि मैंने जो भी सीखा वो 2019 के बाद ही सीखा जब से पब जी खेलना शुरू किया था। इसमें पढ़े लिखे लड़कों के साथ खेलती थी, तो उन्ही से बातों-बातों में सीख लिया।
(एटीएस के अधिकारी ने पेज में हाथ से इंग्लिश में कुछ लाइन लिख सीमा को पढ़ने के लिए दिया तो सीमा ने तुरंत वो पढ़ लिया। )
तुम अपनी भाषा जो उर्दू, अरबी, सिंधी हो सकती है, वो तो नहीं लेकिन हिंदी और अंग्रेजी बड़े अच्छे तरीके से बोल रही हो, इसकी किसने ट्रेनिंग दी तुम्हे? क्या तुमसे यह कहा गया था कि वहां शुद्ध हिंदी में बात करना ताकि भारत के लोगों से जल्द घुल मिल जाओ। हमने सुना है कि शरण, अनर्थ, जैसे शब्द बिलकुल शुद्ध तरीके से बोलती हो।
सीमा हैदर ने कहा कि मुझे किसी ने नहीं सिखाया है, कई बार कह चुकी हो कि मैं सिर्फ अपनी मोहब्बत के लिए यहां आई हूं। न ही किसी ने मुझे ट्रेनिंग दी और न ही किसी ने भेजा है। सचिन से बात करते-करते मैंने हिंदी सीखी है।
सचिन मीणा खुद ही हिंदी ठीक से नहीं बोलता है। उसकी भाषा में पश्चिमी यूपी का टच है, बल्कि जो तुम बोल रही हो जैसे कोई प्रशिक्षित हिंदी क्या ज्ञानी बोल रहा हो।
सीमा हैदर इस सवाल के जवाब में चुप रही।
तुमने चार जुलाई को पुलिस से बताया था कि, जब नेपाल से बस के जरिए सचिन के पास आई तो तुम्हारा मोबाइल काम नही कर रहा था। इसलिए बस ड्राइवर के फोन से सचिन को कॉल कर रही थी। नोएडा पुलिस ने तुम्हारे पास से चार मोबाइल और चार सिम बरामद किए हैं। इतने मोबाइल तुम्हारे पास क्या कर रहे थे और उन्हें तोड़ा क्यों?
सीमा हैदर ने बताया कि नेपाल से भारत आने पर मेरा पाकिस्तान का सिम काम नहीं कर रहा था. जब मैं सचिन के पास आई थी, तब मुझे उन्होंने नया सिम लाकर दिया था। मोबाइल इसलिए तोड़ दिया था क्योंकि मैं नहीं चाहती थी कि पाकिस्तान के लोग मुझे ट्रेस कर सकें।
सचिन ने एक सिम लाकर दिया बाकी सिम कैसे आए?
सीमा हैदर का जवाब दिया कि मुझे याद नहीं है।
तुमने सभी सिम को अलग-अलग मोबाइल में लगाया और सभी में व्हाट्सएप चला रही थी। इसमें जो तुमने प्रोफाइल फोटो लगाई है, वो किसी लड़की की है। दूसरे में कश्मीर के पहाड़ों की तस्वीर है? किसके कहने पर ये सब कर रही हो?
सीमा हैदर ने बताया कि मैंने कोई व्हाट्सएप नहीं बनाया और न ही कोई फोटो लगाई है।
दो बार दुबई होते हुए नेपाल आने में बहुत पैसा खर्च हुआ होगा। इतना पैसा कहां से आया, तुम खुद किराए पर रहती हो. पिता तुम्हारे दो साल पहले ही खत्म हो चुके हैं। पति से संबंध ठीक नहीं, भाई से भी वर्षों से मिली नहीं हो, तो पैसे कैसे मिले? अगर किसी ने तुम्हारी मदद की है, तो सच बता दो। हम लोग न ही तुम्हें पाकिस्तान भेजेंगे और न ही जेल। कोशिश करेंगे की भारतीय नागरिकता दिलवा दें।
सीमा हैदर ने बताया कि कुल सात लाख रुपए खर्च हुए हमारे दोनों बार आने-जाने में। मैंने एक घर बेचा था, जो मेरे ही नाम था। उस घर में मैं रहती नहीं थी। मैंने अपने जेवर बेच कर पति गुलाम को दुबई भेजा था, तो खुद के लिए भी पैसे का जुगाड़ कर सकती हूं। और कई बार कह चुकी हूं कि किसी ने भी मेरी मदद भारत आने में नहीं की है।
क्या सचिन के अलावा भी भारत में किसी को जानती हो?
सीमा हैदर ने कहा कि हां, लेकिन ठीक से नहीं। जब पाकिस्तान में थी, तब सचिन को जानने से पहले पबजी गेम और फेसबुक के जरिए कुछ लड़कों से चैट होती थी। बस समय काटने के लिए बातचीत करती थी। मैंने उन्हें कुछ ज्यादा अपने बारे में नहीं बताया और न ही उन्होंने मुझे कुछ बताया।हां सभी दिल्ली के रहने वाले थे।
तुमने अपनी जिंदगी में क्या-क्या किया है। तुम्हारी असल उम्र क्या है? तुम 27 साल बताती हो, जब 2014 में तुम्हारी गुलाम से शादी हुई थी तब तुम्हारी उम्र 20 वर्ष थी, यानी अभी 29 साल होनी चाहिए और दोनों पासपोर्ट में तुम्हारी डेट ऑफ बर्थ 2002 लिखी है यानी कि पासपोर्ट के अनुसार तुम्हारी उम्र 21 है।
सीमा हैदर ने बताया कि मैं 27 वर्ष की ही हूं। पासपोर्ट में कुछ गड़बड़ हो गया होगा. वहां हर जगह पैसा चलता है। न दो तो कुछ न कुछ गलत कर ही देते है। गुलाम से शादी जल्दबाजी में हुई थी, तो शायद लिखने में कुछ गलती हो गयी होगी।
तुम्हारा असली मकसद क्या है भारत आने का?
सीमा हैदर ने बताया कि मैं पाकिस्तान से इल लीगल तरीके से अपने चार बच्चों को लेकर सिर्फ और सिर्फ सचिन के लिए आई हूं। मुझे पहले से ही एहसास था कि यदि लोगों को पता चला तो यही होगा, जो आज हो रहा है। इसलिए हम और सचिन किराए के मकान में रह रहे थे। मैं अब थक गई हूं।
पूछताछ की वीडियो रिकॉर्डिंग NIA, ATS मुख्यालय भेजी गई
सूत्रों ने बताया कि यूपी एटीएस के अधिकारियों ने सोमवार और मंगलवार को यही सवाल पूछे है। सीमा हैदर ने जो भी कुछ पाकिस्तान और अपने घर के विषय में बताया है, वह अधिकारियों ने उसके दो नाबालिग बच्चों से भी पूछे और उसका मिलान किया। सूत्रों के मुताबिक, एटीएस के अधिकारियों ने पूछताछ की वीडियो रिकॉर्डिंग आईबी, एनआईए और यूपी एटीएस के मुख्यालय को भेज दी है।
पूछताछ में ATS को क्या खटका है?
जानकारी के मुताबिक, एटीएस सीमा के किसी भी एक जवाब से संतुष्ट नहीं है। वो हर सवाल सुनते ही अपने जवाब सामने रख दे रही थी। पूछताछ के दौरान उसने एक बार भी अपने बच्चों के बारे में नहीं पूछा, जबकि उसके दो बच्चे उसी के साथ कार्यालय लाए गए थे और अलग कमरे में रखे गए थे। सीमा ने दोनों ही दिन एक ही जवाब दिए। उसमें एक भी लाइन इधर से उधर नहीं थी। इतना ही नहीं, वो बिल्कुल घबराई हुई नहीं थी।