इलेक्ट्रिक वाहन दुनिया भर में भविष्य की जरूरत बनते जा रहे है। विश्व के देश इलेक्ट्रिक व्हीकल को अपने देश में लांच कर रहे है। कार के लिए हाई-वोल्टेज बैटरी की जरूरत होती है।
Audi E-Tron Battery : इलेक्ट्रिक वाहन दुनिया भर में भविष्य की जरूरत बनते जा रहे है। विश्व के देश अपने देश में लांच कर रहे है। कार के लिए हाई-वोल्टेज बैटरी की जरूरत होती है। कार के लाइफ साइकिल में इलेक्ट्रिक व्हीकल (electric vehicle) की बैटरी खराब होने के बाद उसका निस्तारण पर्यावरण के लिए एक गंभीर चिंता है। लिथियम आयन (lithium ion) बैटरी में हानिकारक तत्व होते हैं जो पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसी समस्या को देखते हुए एक स्टार्टअप कंपनी ने इन बैटरियों को फिर से काम करने के लायक बनाने का रास्ता खोज लिया है।
जर्मन इंडियन स्टार्टअप कंपनी नुनाम Nunam ने ऑडी (Audi) की पुरानी बैटरी का नया प्रयोग किया है। कंपनी ने ऑडी की इलेक्ट्रिक कार की पुरानी बैटरी से चलने वाले ई-रिक्शा बनाए हैं और इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर भारतीय बाजार में टेस्टिंग के लिए भेजा है। इस प्रयोग से इलेक्ट्रिक रिक्शा जैसे सरल और छोटी दूरी के वाहनों को बिजली मिल सके।
Nunam इस समय बर्लिन और बेंगलुरु से काम कर रही है। कंपनी के इस प्रोजेक्ट में ऑडी ने भी मदद की है। ऑडी को इस प्रोजेक्ट से अपनी पुरानी बैट्री को डिस्पोज़ करने की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
अभी तक देश में जो ई रिक्शा उपलब्ध है वह सभी लेड एसिड बैटरी से चलते हैं। इनकी लाइफ बहुत कम होती है और खराब होने के बाद उन्हें डिस्पोज ऑफ करने में दिक्कत आती है। कंपनी ने ऑडी की पुरानी बैटरी से चलने वाले इन ई रिक्शा को बैटरी को चार्ज करने के लिए सोलर चार्जर सिस्टम बनाया है।
कंपनी ने भारत के लिए इस तरह के तीन ई रिक्शा बनाए हैं जिन्हें पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चलाया जा सकता है। ऑडी की पुरानी बैटरी से बनाए गए इन ई रिक्शा को non-profit ऑर्गेनाइजेशन और महिलाओं को खास तौर पर दिया जाएगा