रामनवमी का त्योहार आने वाला है इस खास मौके पर अयोध्या में रामलला के दर्शन हेतु भारी भीड़ उमड़ने की पूरी संभावना है। अब कोरोना संक्रमण की बिमारी का भय भी लगभग खत्म हो चुका है। ऐसे में त्योहार के मौसम में होने वाली भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने मंदिर में श्रधालुओं के दर्शन करने की समय को बढ़ाने का फैसला किया है।
अयोध्या। रामनवमी का त्योहार आने वाला है इस खास मौके पर अयोध्या में रामलला के दर्शन हेतु भारी भीड़ उमड़ने की पूरी संभावना है। अब कोरोना संक्रमण की बिमारी का भय भी लगभग खत्म हो चुका है। ऐसे में त्योहार के मौसम में होने वाली भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने मंदिर में श्रधालुओं के दर्शन करने की समय को बढ़ाने का फैसला किया है। दर्शन का समय समान्य समय से तीन घंटा अधिक बढ़ा कर के किया गया है।
ये तीन घंटे का समय डेढ़ डेढ़ घंटे के समय के दो भागों में बांटा गया है। यह जानकारी रामजन्मभूमि ट्रस्ट के न्यासी डा. अनिल मिश्र ने दी। उन्होंने बताया कि दर्शनार्थियों की संभावित भीड़ को ध्यान में रखकर सुबह व शाम की दोनों पालियों में डेढ़-डेढ़ घंटे का समय बढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि सुबह की पाली में दर्शन की अवधि जो अभी सात बजे से 11 बजे है, उसे बढ़ाकर सुबह छह बजे से साढ़े 11 बजे और शाम की पाली जिसमे दर्शन की अवधि अपराह्न दो बजे से छह बजे है, वह दो बजे से साढ़े सात बजे तक रहेगी।
मालूम हो कि यहां आने वाले सभी श्रद्धालुओं को रामलला का दर्शन सुनिश्चित कराने के लिए रामजन्मभूमि की स्थाई सुरक्षा समिति की बैठक में दर्शन अवधि बढ़ाने का प्रस्ताव पारित किया गया था। बावजूद इसका क्रियान्वयन संभव नहीं हो सका लेकिन अब मजबूरन निर्णय लेना पड़ा। रामलला के दर्शनार्थियों के लिए दर्शन की अवधि बढ़ाना खासकर शाम की पाली में, सुरक्षा के लिहाज से बेहद चुनौती पूर्ण है। यही कारण है कि दर्शन अवधि बढ़ाने का निर्णय लेने में छह माह से अधिक का समय गुजर गया। बता दें कि रामनवमी का त्योहार का पहला दिन दो मार्च से शुरु हो कर के 11 मार्च की अवधि तक जायेगा।