कोरोना काल में लगातार हो रही मौतों के बाद अयोध्या के शवों को जलाने के लिये लकडियां कम पड़ने लगी हैं लिहाजा जिला प्रशासन ने जरूरतमंदों के लिये निः शुल्क लकड़ी की व्यवस्था की है। यहां लकड़ी बैंक भी बनाया गया है । लकडियों के दाम आसमान छू रहे हैं।
अयोध्या। कोरोना काल में लगातार हो रही मौतों के बाद अयोध्या के शवों को जलाने के लिये लकडियां कम पड़ने लगी हैं लिहाजा जिला प्रशासन ने जरूरतमंदों के लिये निः शुल्क लकड़ी की व्यवस्था की है। यहां लकड़ी बैंक भी बनाया गया है । लकडियों के दाम आसमान छू रहे हैं। लोगों ने नगर निगम के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय से शिकायत की। महापौर ने कहा कि अयोध्या में निः शुल्क जरूरतमंदों को अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी उपलब्ध करायेंगे। इसके लिए श्मशान घाट पर लकड़ी बैंक की स्थापना की जायेगी और जरूरतमंदों को निःशुल्क लकड़ी उपलब्ध करायी जायेगी, जिससे जरूरतमंद लोग शवों का अंतिम संस्कार कर सकेंगे।
वैश्विक कोरोना महामारी ने अपने पांव पसार दिये हैं। ऐसे में अयोध्या के श्मशान घाटों पर शवदाह के लिए उपलब्ध लकडियों की आवश्यकता और मांग दोनों बढ़ गयी। अयोध्या पहुंच रहे लोगों को शव के अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी खरीदने के लिए मोटी रकम चुकानी पड़ रही है। महापौर ने अपने निजी खर्च से श्मशान घाट पर लकड़ी के स्टाल लगाये हैं। जहां से जरूरतमंदों को निःशुल्क लकड़ी दी जायेगी। इतना ही नहीं आज श्मशान घाट पर एक लकड़ी बैंक की स्थापना कर दी गई , जो संतों के सहयोग से तथा रामायण सेवा ट्रस्ट के सौजन्य से संचालित होगा। जिसमें अयोध्या पहुंचने वाले लोगों को अपने परिजनों के अंतिम संस्कार के लिये आवश्यकतानुसार निःशुल्क लकड़ी उपलब्ध करायी जायेगी।
मोक्षदायिनी सरयू तट पर आसपास जिलों के लोग बड़ी संख्या में अपने परिजनों और शुभचिंतकों के अंतिम संस्कार के लिये अयोध्या आते हैं। महापौर ने हाल ही में नगर विकास मंत्री को शिकायती पत्र भी दिया था। इसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि कोरोना काल में स्थानीय प्रशासन सेनेटाइजेशन और आवश्यकता की चीजों को नजर अंदाज कर रहा है।