हिंदुओं के प्रबल आस्था के केद्र बाबा केदारनाथ के कपाट शुक्रवार को वैदिक मंत्रोच्चार और बाबा के जयकारों के साथ् श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए आज खुल गए है।
Baba Kedarnath Dham : हिंदुओं के प्रबल आस्था के केद्र बाबा केदारनाथ के कपाट शुक्रवार को वैदिक मंत्रोच्चार और बाबा के जयकारों के साथ् श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए आज खुल गए है। चार धामों में से एक केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलते ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी पत्नी गीता धामी के साथ पूजा-अर्चना की। इससे पहले अक्षय तृतीया के मौके पर यानी 3 मई को चार धाम यात्रा की शुरुआत हुई है। उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों की संख्या तय कर दी है। एक दिन में 12 हजार श्रद्धालु ही बाबा केदारनाथ के दर्शन कर सकेंगे।
मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित, केदारनाथ मंदिर चार प्राचीन तीर्थ स्थलों में से एक है जिसे ‘चार धाम’ कहा जाता है, जिसमें यमुनोत्री, गंगोत्री और बद्रीनाथ भी शामिल हैं।आठवीं शताब्दी ईस्वी में जगद्गुरु आदि शंकराचार्य द्वारा निर्मित, केदारनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। बद्रीनाथ मंदिर के कपाट 8 मई को खुलेंगे। इस महीने की शुरुआत में राज्य सरकार ने चार धामों में आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या सीमित कर दी थी। बद्रीनाथ में प्रतिदिन कुल 15,000, केदारनाथ में 12,000, गंगोत्री में 7,000 और यमुनोत्री में 4,000 तीर्थयात्रियों को अनुमति दी जाएगी।