मोटे अनाज हमारे स्वास्थ्य की रक्षा करते है। सेहत के लिए जितने तत्व आवश्यक हैं वो सब मोटे आनाजों मिलता है। ठंड के मौसम में बाजरे की रोटी का स्वाद बढ़ जाता है। भारतीय व्यंजन परंपरा में सेहत को ध्यान में रख कर व्यंजन खाए जाते है।
Bajra Roti : मोटे अनाज हमारे स्वास्थ्य की रक्षा करते है। सेहत के लिए जितने तत्व आवश्यक हैं वो सब मोटे आनाजों मिलता है। ठंड के मौसम में बाजरे की रोटी का स्वाद बढ़ जाता है। भारतीय व्यंजन परंपरा में सेहत को ध्यान में रख कर व्यंजन खाए जाते है। मोटे अनाजों की श्रृंखला में बाजरा एक प्रमुख अन्न है। देश में बाजरे का प्रयोग विभिन्न तरह के व्यंजनों को बनाने में किया जाता है। सर्दियों के मौसम में गर्मागर्म बाजरे की खिचड़ी का स्वाद तो लाजवाब होता है। बाजरा कैल्शियम से भरपूर होता है। इसके अलावा बाजरे में विटामिन बी, फाइबर, प्रोटीन, कार्ब, आयरन, खनिज और फाइटेट, फिनोल और टैनिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं। आईये जानते है बाजरे के बने व्यंजनों के फायदे के बारे में।
1.बाजरे की तासीर गरम होती है इसलिए सर्दियों में इसके सेवन से आपका शरीर अंदर से गर्म रहता है।
2.बाजरे के आटे में दूसरे अनाज की तुलना में अधिक ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है।
3.बाजरे में पेट सम्बंधी रोग , कफ , बलगम को ठीक करने वाले गुण होते है।
4.बाजरे के आटे में हल्दी और सरसों का तेल मिलाकर एक अच्छा उबटन बनता है जिससे त्वचा में निखार आता है।
5.छिलका उतारने पर अनाजों का थायमिन और फाइबर नष्ट हो जाता है। अत: बाजरा खिचड़ी के रूप में खाने से ज्यादा फायदा होता है।
6.बाजरा फाइबर का बड़ा स्रोत होता है इससे पाचन क्रिया और लीवर ठीक रहता है।पेट के अल्सर से पीड़ित लोगो के लिए भी बाजरा लाभकारी है।