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UP Police की बड़ी कामयाबी, दो लाख के इनामी मनीष सिंह सोनू को किया ढेर

भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने कानून व्यवस्था को मुद्दा बनाकर यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections) में बड़ी जीत हासिल की है। योगी सरकार (Yogi Sarkar) की आगामी 25 मार्च को दोबारा ताजपोशी होने जा रही है। शपथ ग्रहण से पहले ही यूपी पुलिस (UP Police)  फार्म में नजर आ रही है। वाराणसी में यूपी पुलिस (UP Police) की स्पेशल टास्क फोर्स (Special Task Force) ने सोमवार को दिनदहाड़े ही दो लाख के इनामी मनीष सिंह सोनू (Manish Singh Sonu) को मार गिराया है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

वाराणसी। भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने कानून व्यवस्था (Law and order) को मुद्दा बनाकर यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections) में बड़ी जीत हासिल की है। योगी सरकार (Yogi Sarkar) की आगामी 25 मार्च को दोबारा ताजपोशी होने जा रही है। शपथ ग्रहण से पहले ही यूपी पुलिस (UP Police) फार्म में नजर आ रही है। वाराणसी में यूपी पुलिस (UP Police)  की स्पेशल टास्क फोर्स (Special Task Force) ने सोमवार को दिनदहाड़े ही दो लाख के इनामी मनीष सिंह सोनू (Manish Singh Sonu) को मार गिराया है।

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लोहता के बनकट रेलवे स्टेशन (Lohta’s Bankat Railway Station) के पास सोमवार दोपहर पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में दो लाख के इनामी मनीष सिंह सोनू को धेर कर दिया है। मनीष पर हत्या लूट सहित 32 मुकदमें दर्ज हैं। लंबे समय से मनीष की पुलिस तलाश कर रही थी।

प्रापर्टी डीलर हत्याकांड, कपसेठी में 10 लाख की रंगदारी समेत कई मामलों में मनीष की पुलिस को तलाश थी। करीब एक दशक से मनीष पूर्वांचल में पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। उस पर वाराणसी के अलावा जौनपुर, गाजीपुर और चंदौली में दो दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। लंबे समय बाद पुलिस ने वाराणसी में किसी बदमाश को ढेर किया है। इससे पहले रोशन गुप्ता किट्टू को 26 नवम्बर 2020 को वाराणसी क्राइम ब्रांच ने मार गिराया। उससे पहले रोहित सिंह उर्फ सनी सिंह को 29 जुलाई 2015 को एसटीएफ (STF) ने मार गिराया था।

बताया जाता है कि एसटीएफ (STF)को मनीष के लोहता इलाके में होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद एसटीएफ (STF) ने घेरेबंदी की तो उसकी तरफ से फायरिंग शुरू कर दी गई। जवाबी फायरिंग में गोली लगने से शातिर मनीष मारा गया। वाराणसी के चौकाघाट में दोहरे हत्याकांड से उसकी दहशत बढ़ गई थी। उस पर ढाई दर्जन से अधिक मुकदमे, हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी समेत कई केस दर्ज हैं।

बताया जाता है कि मनीष नए लड़कों को लेकर शूटरों का गिरोह बना रहा था। रोहनिया के प्रॉपर्टी डीलर की हत्या में कुंदन समेत कई नए लड़कों के नाम सामने भी आए थे। हाईवे किनारे भू माफिया के साथ सांठगांठ कर कई जमीनों पर कब्जा करने का भी इस पर आरोप था।

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