जम्मू हवाई अड्डा परिसर (एयरफोर्स के टेक्निकल एरिया) में हुए धमाके के बाद सभी एजेंसियां जांच पड़ताल में जुट गईं हैं। वहीं, इस घटना के बाद पूरे इलाके को सील कर जांच की जा रही है। शुरूआती जांच में सामने आया कि हवाई अड्डे के पास विस्फोटों को अंजाम देने के लिए दो ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। वहीं, इस घटना में एक इमारत की छत को मामूली नुकसान पहुंचाया, जबकि दूसरा धमाका खुले क्षेत्र में हुआ।
जम्मू। जम्मू हवाई अड्डा परिसर (एयरफोर्स के टेक्निकल एरिया) में हुए धमाके के बाद सभी एजेंसियां जांच पड़ताल में जुट गईं हैं। वहीं, इस घटना के बाद पूरे इलाके को सील कर जांच की जा रही है। शुरूआती जांच में सामने आया कि हवाई अड्डे के पास विस्फोटों को अंजाम देने के लिए दो ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। वहीं, इस घटना में एक इमारत की छत को मामूली नुकसान पहुंचाया, जबकि दूसरा धमाका खुले क्षेत्र में हुआ।
किसी भी उपकरण को कोई नुकसान नहीं हुआ। जांच चल रही है। इसके साथ ही जम्मू में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। बताया जा रहा है कि इस मामले में दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि इस साजिश को अंजाम देने के लिए पी-16 ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है। ये ड्रोन काफी नीचे उड़ सकता है।
इसकी वजह से कई बार यह रडार की नजर से भी बच जाता है। सूत्रों का कहना है कि ड्रोन का संभावित लक्ष्य म्यूजियम बिल्डिंग और एयरक्राफ्ट था। इस घटना को लेकर वायुसेना की ओर से जारी बयान में कहा गया कि जम्मू वायुसेना स्टेशन के तकनीकी क्षेत्र में रविवार तड़के दो कम तीव्रता वाले विस्फोटों की सूचना मिली। एक धमाके ने एक इमारत की छत को मामूली नुकसान पहुंचाया जबकि दूसरा धमाका खुले क्षेत्र में हुआ। किसी भी उपकरण को कोई नुकसान नहीं हुआ। सिविल एजेंसियों के साथ जांच जारी है।