CBSE : सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) के स्कूलों में एक जनवरी से प्रायोगिक परीक्षाएं (Practical Examination) होंगी। प्रोजेक्ट जमा करने व आंतरिक मूल्यांकन भी इसी तारीख से शुरू होंगे। जल्द ही बोर्ड की तरफ से विस्तृत शेड्यूल जारी किया जाएगा। कोरोना की वजह से पिछली बार दो भागों में कराए गए प्रेक्टिकल इस बार वार्षिक ही होंगे
CBSE : सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) के स्कूलों में एक जनवरी से प्रायोगिक परीक्षाएं (Practical Examination) होंगी। प्रोजेक्ट जमा करने व आंतरिक मूल्यांकन भी इसी तारीख से शुरू होंगे। जल्द ही बोर्ड की तरफ से विस्तृत शेड्यूल जारी किया जाएगा। कोरोना की वजह से पिछली बार दो भागों में कराए गए प्रेक्टिकल इस बार वार्षिक ही होंगे।
प्रायोगिक परीक्षा (Practical Examination) में दो परीक्षक रहेंगे, एक बाहरी और एक स्कूल का। स्कूल परीक्षक को बाहरी परीक्षक के समक्ष छात्रों से प्रश्न पूछने होंगे। इस बात का ध्यान रखना होगा कि बैच में 20 से ज्यादा छात्र न हों। एक समय में एक बैच, जिसमें आधे छात्रों से प्रायोगिक परीक्षा (Practical Examination) और बाकी का वाइवा होगा। छात्रों की संख्या ज्यादा होने पर कई सेशन होंगे।
इन नियमों का करना होगा पालन
प्रायोगिक परीक्षा (Practical Examination) वाले स्कूल में बाहरी परीक्षक से लैब का निरीक्षण कराना होगा। परीक्षा के दौरान लैब में सभी बैच की फोटो एप पर अपलोड करनी होगी। परीक्षा के अंक भी दोनों परीक्षकों को तत्काल अवार्ड ब्लैंक पर देना होगा। बैच बनाकर अंक अपलोड करने की प्रक्रिया बोर्ड की वेबसाइट के ई-परीक्षा पोर्टल पर करनी होगी। एक बार अंक अपलोड होने पर बाहरी परीक्षक उसे स्वीकृति देगा। एक बार अंक अपलोड होने पर बदलाव नहीं हो सकेगा। अवार्ड लिस्ट और परीक्षा की कॉपियां अलग से बोर्ड को भेजनी होंगी।