केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में सीबीएसई 12 वीं कक्षा की परीक्षाओं के लिए ग्रेड व अंक देने के लिए अपने मूल्यांकन मानदंड प्रस्तुत कर दिया है। कोर्ट में एटार्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने बताया कि 10वीं और 11वीं कक्षा के लिए, टर्म परीक्षा में पांच पेपरों में से तीन में से सर्वश्रेष्ठ अंकों पर विचार किया जाएगा। 12वीं कक्षा के लिए, यूनिट, टर्म और प्रेक्टिकल में प्राप्त अंकों को ध्यान में रखा जाएगा।
नई दिल्ली। केंद्र सरकार की 13 सदस्यीय समिति ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सीबीएसई 12 वीं कक्षा की परीक्षाओं के लिए ग्रेड व अंक देने के लिए अपने मूल्यांकन मानदंड प्रस्तुत कर दिया है। कोर्ट में एटार्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने बताया कि 10वीं और 11वीं कक्षा के लिए, टर्म परीक्षा में पांच पेपरों में से तीन में से सर्वश्रेष्ठ अंकों पर विचार किया जाएगा। 12वीं कक्षा के लिए, यूनिट, टर्म और प्रेक्टिकल में प्राप्त अंकों को ध्यान में रखा जाएगा।
एटार्नी जनरल ने यह भी कहा कि जो छात्र वर्तमान तंत्र के माध्यम से अंक व ग्रेडिंग से संतुष्ट नहीं हैं। वह परीक्षाओं में शामिल होकर बेहतर कर सकते हैं या अपने अंकों में सुधार कर सकते हैं, क्योंकि कोविड-19 की स्थिति बेहतर हो जाती है या जैसे-जैसे स्थिति सामान्य होती है या संस्थानों को लगता है। केके वेणुगोपाल का कहना है कि परिणाम की घोषणा 31 जुलाई 2021 तक की जाएगी।