भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने सोमवार को केंद्र सरकार (Central Government) पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अन्नदाताओं के हितों की रक्षा के लिए एक बार फिर देश भर में जाने का ऐलान किया है। टिकैत ने कहा कि आर्थिक मंदी (Financial Crisis) और लॉकडाउन (Lockdown) के बीच भी किसानों-मजदूरों की मेहनत से कृषि उपज बढ़ी है। सरकार को देश के किसानों का विश्वास नहीं तोड़ना चाहिए।
नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने सोमवार को केंद्र की मोदी सरकार (Central Government) पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अन्नदाताओं के हितों की रक्षा के लिए एक बार फिर देश भर में जाने का ऐलान किया है। टिकैत ने कहा कि आर्थिक मंदी (Financial Crisis) और लॉकडाउन (Lockdown) के बीच भी किसानों-मजदूरों की मेहनत से कृषि उपज बढ़ी है। सरकार को देश के किसानों का विश्वास नहीं तोड़ना चाहिए।
टिकैत ने सोशल मीडिया पर लिखा- ‘भारत सरकार ने 9 दिसंबर के पत्र में जो वादे किए गए थे वो पूरे नहीं किए हैं। हम अन्नदाता के हितों की रक्षा हेतु देशभर में जाएंगे । किसानों और मजदूरों के अथक प्रयास से ही आर्थिक मंदी -लॉकडाउन के बावजूद देश में कृषि उपज लगातार बढ़ी। सरकार देश के अन्नदाता का विश्वास को न तोड़े।
केजरीवाल के बचाव में उतरे थे टिकैट
राकेश टिकैत ने केजरीवाल का बचाव करते हुए कवि कुमार विश्वास पर पलटवार किया था। बता दें कि बीते दिनों कुमार विश्वास ने केजरीवाल पर खालिस्तान अलगाववादियों संग रिश्ते रखने का आरोप लगाया था। कहा था कि 2017 में केजरीवाल ने उनसे कहा था कि एक दिन वह या तो पंजाब के सीएम बनेंगे या खालिस्तान के पीएम।
कवि कुमार विश्वास के बयान पर पलटवार करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि अरविंद केजरीवाल आंदोलनकारी तो हैं, लेकिन ऐसे लगते नहीं हैं। कुमार विश्वास भी पहले इनकी पार्टी में थे। उनका राज्यसभा को लेकर कुछ विवाद था। अगर कुमार विश्वास को राज्यसभा मिल जाती तो वे यह आरोप नहीं लगाते। मुझे केजरीवाल के बारे में ऐसा कुछ नहीं लगता।