आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट (ChatGPT) की डेवलपर कंपनी OpenAI ने 1 मिलियन डॉलर अनुदान का ऐलान किया है। कंपनी 1 मिलियन डॉलर के 10 समान अनुदान (यानी 1 लाख डॉलर) प्रदान करेगी। बता दें कि कंपनी AI सॉफ्टवेयर के पूर्वाग्रह को दूर करने के लिए इसे कंट्रोल करने को लेकर आइडिया की तलाश में है। जो भी व्यक्ति कंपनी को इसको लेकर आइडिया देगा वह 1 लाख डॉलर यानी 82 लाख रुपये अनुदान प्राप्त कर सकता है।
नई दिल्ली। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट (ChatGPT) की डेवलपर कंपनी OpenAI ने 1 मिलियन डॉलर अनुदान का ऐलान किया है। कंपनी 1 मिलियन डॉलर के 10 समान अनुदान (यानी 1 लाख डॉलर) प्रदान करेगी। बता दें कि कंपनी AI सॉफ्टवेयर के पूर्वाग्रह को दूर करने के लिए इसे कंट्रोल करने को लेकर आइडिया की तलाश में है। जो भी व्यक्ति कंपनी को इसको लेकर आइडिया देगा वह 1 लाख डॉलर यानी 82 लाख रुपये अनुदान प्राप्त कर सकता है।
कंपनी ने बताया कि 1 लाख डॉलर (लगभग 82 लाख रुपये) का अनुदान उन प्राप्तकर्ताओं के पास जाएगा जो इस तरह के सवालों के जवाब देने के लिए कंपेलिंग फ्रेमवर्क प्रस्तुत करेंगे। अनुदान प्राप्तकर्ताओं को क्या एआई (AI) को पब्लिक फिगर्स की आलोचना करनी चाहिए? इसे दुनिया में “सामान्य व्यक्ति” पर क्या विचार करना चाहिए? जैसे सवालों के जवाब देने हैं।
कंपनी ने कहा कि फंडिंग के रिजल्ट एआई गवर्नेंस पर अपने स्वयं के विचारों को आकार दे सकते हैं। हालांकि, कंपनी ने यह भी कहा कि कोई भी सिफारिश बाध्य नहीं होगी। दरअसल, कंपनी ChatGPT और एआई टेक्नोलॉजी (AI technology) का गवर्नेंस कैसे किया जाए, पर तेजी से काम कर रही है। ताकि इसके पूर्वाग्रह को कम किया जा सके।
कई क्षेत्रों में हो रहा एआई का इस्तेमाल, लेकिन यह डर भी
लगभग हर क्षेत्र एफिशिएंसी में सुधार करने और कर्मचारियों की लागत में कटौती करने की एआई की क्षमता में रुचि ले रहा है। हालांकि, इस पर गलत जानकारी फैलाने के आरोप भी लगते रहे हैं। हाल ही में अमेरिका के पेंटागन के पास एक विस्फोट की वायरल खबर फैलाने में एआई की प्रमुख भूमिका रही थी। दरअसल, वायरल न्यूज में इस्तेमाल की गई फोटो को एआई से बनाया गया था।
आलोचकों का कहना है कि चैटजीपीटी जैसे एआई सिस्टम में उनके विचारों को का जवाब देने के लिए उपयोग किए जाने वाले इनपुट के कारण अंतर्निहित पूर्वाग्रह हैं। यूजर्स को एआई सॉफ्टवेयर से नस्लवादी या सेक्सिस्ट आउटपुट के उदाहरण मिले हैं। इसको लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं कि गूगल और माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प के बिंग जैसे सर्च इंजनों के साथ काम करने वाला एआई गलत जानकारी दे रहे हैं।
ChatGPT पर ईयू कर चुकी है बैन
बता दें कि एआई चैटबॉट के मामले में OpenAI, एआई मार्केट को लीड कर रहा है। फिर भी इसने हाल ही में प्रस्तावित नियमों को लेकर यूरोपीय यूनियन से बाहर निकलने की धमकी दी।
ओपनएआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सैम अल्टमैन का कहना है कि यूरोपीय यूनियन एआई अधिनियम का मौजूदा मसौदा अति-विनियमन होगा, लेकिन हमने सुना है कि इसे वापस ले लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे अभी भी इसके बारे में बात कर रहे हैं।