ताइवन को लेकर चीन और अमेरिका के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है। इसी कड़ी में चीन ने ताइवान तट के पास सैन्य अभ्यास को बढ़ा दिया है। यही नहीं चीन की तरफ से अमेरिका और ताइवान को लगातार धमकियां दी जा रहीं हैं। दरअसल, ये विवाद ये तब और ज्यादा बढ़ा जब अमेरिकी संसद स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने ताइवान की यात्रा की थी।
China-Taiwan News: ताइवन को लेकर चीन और अमेरिका के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है। इसी कड़ी में चीन ने ताइवान तट के पास सैन्य अभ्यास को बढ़ा दिया है। यही नहीं चीन की तरफ से अमेरिका और ताइवान को लगातार धमकियां दी जा रहीं हैं। दरअसल, ये विवाद ये तब और ज्यादा बढ़ा जब अमेरिकी संसद स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने ताइवान की यात्रा की थी।
हालांकि, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने साफ कहा है कि हमारे सहयोगी देशों व भागीदारों की सुरक्षा को लेकर अडिग हैं। उधर चीन समूची ताइवान खाड़ी में अपने हथियारों का जीवंत प्रदर्शन कर रहा है। उसने दर्जनभर बैलेस्टिक मिसाइलें दागी हैं और इनमें से कुछ जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र में भी गिरी हैं।
चीन की धमकियां बेअसर
बता दें कि, ताइवान की पहली महिला राष्ट्रपति साई इंग वेन चीन की धमकियों से नहीं डर रही हैं। एक बार उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के पत्र को कूड़ेदान में डाल दिया था। वेन अपने कड़क लहजे के लिए जानी जाती हैं। साई इंग वेन हमेशा ताइवान की पहचान पर जोर देती रही हैं। कोरोना के खिलाफ जंग में उन्होंने जो कदम उठाए उसकी दुनियाभर में तारीफ हुई। कोरोना को लेकर ताइवान के मॉडल की हर तरफ चर्चा हुई।